पंजाब में जहरीली शराब से माैताें के बाद माेहाली पुलिस की सख्ती, एक्साइज एक्ट के तहत 117 केस दर्ज
पंजाब में जहरीली शराब से मौतों के मामले के बाद प्रशासन लगातार डिस्टीलटरी व बाटलिंग प्लांट मालिकों के साथ बैठकें कर रहा है। ताकि जिले में अवैध शराब के कारोबार को रोका जा सके।
मोहाली, जेएनएन। पंजाब में जहरीली शराब से मौतों के मामले के बाद प्रशासन ने चौकसी बढ़ा रही है। एक्साइज विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जिले के अधीन आने वाले हाईवे स्थित ढाबों व अन्य संदिगध स्थानों पर पैनी नजर रखी जा रही है।
एक्साइज विभाग की ओर से सबसे ज्यादा कार्रवाई डेराबस्सी क्षेत्र में की गई। इस साल पहले सात महीनों में शराब बनाने वाली दो फैक्ट्रियों का भंडाफोड किया गया। पंजाब में मौतों के बाद प्रशासन की ओर से सख्ती और बढ़ा दी गई है। जिले में इस साल के पहले सात महीने में एक्साइज एक्ट के तहत 117 मामले दर्ज किए गए। जबकि 131 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
72,700 लीटर नाजायज शराब को जब्त किया गया। जिले के डीसी गिरिश दयालन ने बताया कि एक्साइज व पुलिस विभाग की ज्वाइंट टीमों की ओर से ये ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि खासतौर पर बनूड़, जीरकपुर व डेराबस्सी के क्षेत्रों में ढाबों की व अन्य संदेहजनक स्थानों की चेकिंग प्रशासन की ओर से बढ़ाई गई है। क्योंकि पिछले कुछ समय में उक्त क्षेत्रों में कई मामले देखने को मिले। जिसके बाद ये कदम उठाए गए हैं।
मोहाली में चंडीगढ़ व हरियाणा से महंगी है शराब
ध्यान रहे कि मोहाली के साथ चंडीगढ़ व हरियाणा की सीमा लगती है। शराब यूटी व हरियाणा में मोहाली के मुकाबले सस्ती है। इसलिए जिले में नाजायज शराब के आने जाने का ज्यादा चांस है। यही नहीं जिले में नाजायज शराब या लाहन का निर्माण भी समस्या नहीं है। बल्कि नाजायज स्पीरिंगट की चोरी व शराब बनाने का कच्चा माल एक्सट्रा न्यूटरल एल्कोहल (इएनए) की तस्करी समस्या है। जिसे रोकने के भरसक प्रयत्न किए जा रहे हैं। इसको लेकर प्रशासन लगातार डिस्टीलटरी व बाटलिंग प्लांट मालिकों के साथ बैठकें कर रहा है। ताकि अवैध शराब के कारोबार को रोका जा सके।