हिमाचल में 113 नए टूरिस्ट स्पॉट करेंगे पर्यटकों का स्वागत
-मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने चंडीगढ़ टूरिज्म कनक्लेव में दी जानकारी कहा-एडवेंचर, स्प्रिचुअल औ
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राज्य को प्राकृतिक रूप से सर्वाधिक सुरम्य पर्यटन केंद्र बताते हुए देश-विदेश के पर्यटकों के साथ-साथ इस उद्योग से जुड़े व्यवसायियों को अपने यहा आमंत्रित किया है। ठाकुर के अनुसार राज्य में धार्मिक, एडवेंचर व ईको टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं, जिसके लिए सरकार द्वारा 113 साइटों का चयन किया गया है और पर्यटन की दृष्टि से विकास के लिए एशियन विकास बैंक की ओर से 1900 करोड़ की परियोजना शुरू की जा चुकी है। सेंटर फार इक्नोमिक पॉलिसी रिसर्च के 'इंडिया टूरिज्म कनक्लेव' में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे ठाकुर ने जहा देश में पर्यटन को प्रोत्साहन देने के लिए सेंटर फॉर इक्नोमिक पॉलिसी रिसर्च के प्रयासों की सराहना की, वहीं, पर्यटन को नए अवसरों का भंडार बताया। यह सम्मेलन चंडीगढ़ के रॉक गार्डन में आयोजित हुआ। देवभूमि प्राकृतिक सुंदरता व संपदा से समृद्ध
ठाकुर ने बताया कि देवभूमि हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक सुंदरता व संपदा से समृद्ध राज्य है। राज्य में अनेक ऐसे स्थल हैं, जहा लोग शहरों की चहल-पहल से दूर प्रकृति के आचल में सुकून के कुछ पल बिता सकते हैं। राज्य सरकार ने 113 ईको टूरिज्म के लिए साइटों का चयन किया है, जिसके विकास पर जोर दिया जा रहा है। यहा के ऐतिहासिक व पौराणिक मंदिर जहा धार्मिक पर्यटन को प्रोत्साहित करने का अवसर प्रदान करती हैं, वहीं, प्रकृति रूप से दुरुह स्थल साहसिक पर्यटन के लिए श्रेष्ठ स्थल हैं। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा स्वदेश दर्शन योजना के तहत 100 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं, जिस पर कार्य प्रगति पर है। इसी योजना के तहत 100-100 करोड़ के दो अन्य प्रस्ताव भी पारित किए गए हैं। माता चिंतपूर्णी के विकास के लिए 50 करोड़ की योजना पर काम जारी
ठाकुर ने बताया कि धार्मिक पर्यटन स्थल माता चिंतपूर्णी के विकास के लिए 50 करोड़ की योजना पर कार्य जारी है। पंजाब के श्री आनंदपुर साहिब से नैना देवी के बीच रोपवे के लिए वहा की सरकार से समझौता किया गया है। राज्य में गोबिंद सागर, पौंग डैम, पंडोह, लारजी जलाशय, चमेरा झील आदि में क्रूज, वाटर स्पोर्ट्स, हाउस बोट और शिकारा आदि गतिविधियों से पर्यटन की हर तरह की संभावनाओं का दोहन किया जा रहा है। श्रद्धालुओं को देंगे हर सुविधा : निर्मल
इससे पूर्व जम्मू-कश्मीर विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. निर्मल कुमार सिंह ने समारोह का विधिवत उद्घाटन किया और अपने राज्य में स्थित माता वैष्णो देवी, बाबा अमरनाथ, खीर भवानी जैसे धार्मिक पर्यटन केंद्रों व विश्वविख्यात ईको टूरिस्ट सेंटरों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार बाबा अमरनाथ व वैष्णो देवी धर्मस्थलों पर श्रद्धालुओं को हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध करवा रही है और इनके विकास के लिए और भी कई योजनाएं विचाराधीन हैं। विभिन्न सत्रों में चले इस कनक्लेव में भाजपा नेता स्वर्ण सिंह सलारिया ने अतिथि सत्कार क्षेत्र में रोजगार की नई संभावना विषय पर अपने विचार रखे और पर्यटन के विकास व पर्यावरण के बीच संतुलन बनाने पर भी जोर दिया। पर्यटन स्थलों के बीच वायुमार्ग संपर्क को और मजबूत बनाएंगे
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारी सुनील दत्त ने देश के पर्यटन स्थलों के बीच स्थापित वायुमार्ग संपर्क को और मजबूत बनाने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला। केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग के ओएसडी डॉ. वरिंद्र गर्ग के नेतृत्व में स्वास्थ्य पर्यटन विषय पर आयोजित सत्र में उन्होंने बताया कि किस तरह से भारत न केवल दक्षिणी एशियाई देशों, बल्कि दुनिया के विकसित देशों के लिए भी स्मार्ट हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनता जा रहा है। सेंटर फार इक्नोमिक पॉलिसी रिसर्च के निदेशक डॉ. सुभाष शर्मा ने बताया कि उनके संगठन का उद्देश्य आर्थिक गतिविधियों में तेजी लाने के लिए संबंधित पक्षों को नई जानकारिया उपलब्ध करवाना, इनसे जुड़े लोगों को साझा मंच उपलब्ध करवाना, उनकी समस्याओं, चुनौतियों, नए अवसरों आदि विषयों को लेकर मंथन करना है। जिससे इनको प्रोत्साहन दिया जा सके। ये गणमान्य रहे मौजूद
समारोह में भाजपा की चंडीगढ़ इकाई के अध्यक्ष संजय टंडन, डॉ. मोहित, डॉ. अजेता चानना, अरोमा होटल के संचालक स. मनमोहन सिंह, होटल ताज से संदीप कुमार, प्रोफेसर अरुण ठाकुर सहित अन्य उपस्थित रहे। आतंक के कारण घटा विदेशी पर्यटन
जम्मू कश्मीर विधानसभा के स्पीकर निर्मल सिंह ने कहा कि कश्मीर में हो रहे आतंकी हमलों और गतिविधियों का विदेशी पर्यटन पर असर हुआ है। यहां आने वाला विदेशी पर्यटक लेह लद्दाख शिफ्ट हो गया है। हालांकि घरेलू पर्यटकों पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। सिंह ने बताया कि जम्मू में माता वैष्णो देवी और आसपास एरिया में पर्यटन काफी बढ़ा है। वहीं, अमरनाथ यात्रा भी सुरक्षा बलों की मुश्तैदी के कारण सफल रही। उन्होंने कहा कि दो राज्य आपस में तालमेल बनाकर पर्यटन को बढ़ावा दे सकते हैं। धार्मिक और एडवेंचर के साथ स्पोर्ट्स टूरिज्म की देश में अपार संभावनाएं हैं। चंडीगढ़ की खूबसूरती को करें कैश
कनक्लेव में शहरों में बढ़ते प्रदूषण से पर्यटन पर असर पर भी चर्चा हुई। इस दौरान कई एक्सपर्ट्स ने बताया कि दिल्ली सहित कई प्रसिद्ध शहर प्रदूषण की मार झेल रहे हैं। जिससे पर्यटन पर खासा असर हुआ है। चंडीगढ़ में प्रदूषण का असर इन शहरों के मुकाबले काफी कम है। यहां आसमान इतना साफ है कि लोगों को सनराइज, सनसेट और मून देखने के लिए आकर्षित किया जा सकता है। लोगों को अपना वीकेंड यहां आकर बिताने के लिए बुलाया जा सकता है। शहर को बनाना होगा ट्रांजिट प्वाइंट
होटेलियर मनमोहन सिंह ने कहा कि इस तरह से शहर को पर्यटन क्षेत्र में बढ़ावा देने की जरूरत है। हिमाचल, जम्मू-कश्मीर और पंजाब जाने या आने वाले पर्यटकों को तीन दिन के लिए शहर में रोकने का प्लान होना चाहिए। चंडीगढ़ को ट्रांजिट प्वाइंट के तौर पर डेवलप करना जरूरी है।