चंडीगढ़ में कोरोना टीका लगवाने अकेले पहुंचे 100 वर्षीय चरणदास, उन्हें देख सभी रह गए दंग
रविवार को सिविल अस्पताल मनीमाजरा में उस समय पूरा स्टाफ हैरान हो गया जब एक बुजुर्ग अकेले ही कोरोना टीका लगवाने पहुंचे। 100 वर्षीय चरणदास खुद चलकर बिना किसी सहारे के अस्पताल पहुंचे और कहा कि वह कोरोना का टीका लगवाने आए हैं।
मनीमाजरा, जेएनएन। कोरोना टीकाकरण को लेकर चंडीगढ़वासियों में उत्साह देखने को मिल रहा है। लोग खुद वैक्सीनेशन सेंटर पहुंचे कर कोविड वैक्सीन लगवा रहे हैं। वहीं, बात करें शहर के सीनियर सिटीजन की तो ऐसा लग रहा है कि शहर के बुजुर्गों ने टीकाकरण अभियान को सफल बनाने की ठान ली है। इससे चंडीगढ़ में काेरोना टीकाकरण का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ में सबसे ज्यादा सीनियर सिटीजन ने वैक्सीन लगवाई है। बुजुर्गों ने टीकाकारण के प्रति अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभा रहे हैं। इसका नतीजा यह है कि शहर में अब तक 33701 सीनियर सिटीजन वैक्सीन लगवा चुके हैं।
रविवार को सिविल अस्पताल मनीमाजरा में उस समय पूरा स्टाफ हैरान हो गया जब एक बुजुर्ग अकेले ही कोरोना टीका लगवाने पहुंचे। बुजुर्ग की उम्र 100 साल है और उनकी हिम्मत की हर कोई तारीफ कर रहा है। 100 वर्षीय चरणदास खुद चलकर बिना किसी सहारे के अस्पताल पहुंचे और कहा कि वह कोरोना का टीका लगवाने आए हैं।
इस दौरान अस्पताल में मौजूद भाजपा के जिला आइटी सेल प्रभारी अंकित अरोड़ा ने बताया कि चरणदास अपने बच्चों के पास मनीमाजरा की इंदिरा कॉलोनी में पिछले साल से रह रहे हैं। चरणदास मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले से संबंध रखते हैं। जहां कुछ लोग टीका लगवाने के कतरा रहे हैं, वहीं, बुजुर्ग वैक्सीनेशन से लिए सबसे आगे हैं।
अस्पताल कर्मचारी राजन पुरी ने बताया कि बुजुर्ग चरणदास के अस्पताल पहुंचे पर जब वे वैक्सीनेशन के लिए उनका रजिस्ट्रेशन करने लगे तो उन्होंने चरणदास की उम्र पूछी। चरणदास ने जब उन्हें अपनी उम्र बताई तो वह भी हैरान हो गए। क्योंकि 100 साल के चरणदास खुद चलकर अस्पताल आए और टीका लगाकर आराम से चले भी गए। उन्होंने बताया कि चरणदास पूरी तरह स्वस्थ हैं और उन्हें किसी तरह की कोई बीमारी भी नहीं है।
वहीं अंकित अरोड़ा का कहना है कि 100 साल के व्यक्ति के जज्बे से सभी को प्रेरणा लेकर जल्द से जल्द टीका लगवाना चाहिए। चरण दास ने कहा कि वह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरित होकर अस्पताल में टीका लगवाने आए हैं। हालांकि उनको और उनके परिवार के किसी भी सदस्य को कभी भी कोई बीमारी नहीं हुई है।