कबड्डी खिलाड़ी की मौत, स्वजनों ने घेरा एसएसपी दफ्तर
गांव में चिट्टंा बेचने से रोकने पर गत 26 मई को गांव चाउके में नशा तस्करों ने एक कबड्डी खिलाड़ी को पीटकर गंभीर घायल कर दिया था जिसकी बुधवार रात अस्पताल में मौत हो गई।
जासं,बठिडा: गांव में चिट्टंा बेचने से रोकने पर गत 26 मई को गांव चाउके में नशा तस्करों ने एक कबड्डी खिलाड़ी को पीटकर गंभीर घायल कर दिया था, जिसकी बुधवार रात अस्पताल में मौत हो गई। इस पर भड़के खिलाड़ी के स्वजन व गांव के लोगों ने वीरवार को एसएसपी दफ्तर का घेराव किया। लक्खा सिधाना की अगुआई में पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कहा कि जब तक पुलिस सभी आरोपितों को गिरफ्तार नहीं करती, वे शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। साथ ही चाउके पुलिस चौंकी की इंचार्ज को डिसमिस किया जाए।
दरअसल, गांव चाउके में रहने वाले कुछ युवक गांव के नौजवानों व कबड्डी खिलाड़ियों को चिट्टे का नशा बेचते थे। कबड्डी खिलाड़ी हरविदर सिंह उर्फ जस्सा निवासी गांव चाउके उन्हें कबड्डी ग्राउंड में आकर नशा बेचने से रोकता था। इसके चलते गत 26 मई को करीब दो दर्जन युवकों ने खेत में काम कर रहे जस्सा समेत सात नौजवानों पर तेजधार हथियारों व लाठियों से हमला कर दिया। सभी गंभीर रूप से घायल हो गए। गांव वालों का आरोप है कि सूचना देने के बावजूद पुलिस नहीं पहुंची। उन्होंने सभी घायलों को सिविल अस्पताल रामपुरा में दाखिल करवाया, जिसमें से कबड्डी खिलाड़ी हरविदर सिंह ऊर्फ जस्सा को डीएमसी लुधियाना रेफर कर दिया गया। वहां पर बुधवार को उसकी मौत हो गई। इसके बाद भड़के गांव वालों ने गुरप्रीत सिंह, लक्खा सिधाना, काका सिंह चक्क बख्तू, जोगी पहलवान, परमजीत कौर, हरविदर कौर की अगुआई में पुलिस चौकी चाउके के गेट आगे शव रखकर चौकी इंचार्ज को डिसमिस करवाने के लिए धरना लगा दिया। धरना देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वीरवार को एसएसपी बठिडा के दफ्तर का घेराव किया। पुलिस ने बैरिकेड लगाकर उन्हें रोक दिया। इसके बाद उन्होंने अंबेडकर पार्क में रोष धरना दिया।
उधर, एसएसपी भूपिदरजीत सिंह विर्क ने कहा कि आरोपितों पर दर्ज मामले में हत्या की धारा जोड़ दी गई है। वहीं नामजद 13 में से पांच आरोपित गिरफ्तार कर लिए गए हैं। बाकी को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। बताया जा रहा है कि चौकी इंचार्ज महिला एएसआइ का तबादला कर दिया गया है।