निजी अस्पतालों में वैक्सीन को लेकर उत्साह
टीकाकरण में सरकारी के बजाय निजी अस्पताल के डाक्टर व सेहत कर्मी ज्यादा उत्साह दिखा रहे हैं।
नितिन सिगला,बठिडा
कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण में सरकारी के बजाय निजी अस्पताल के डाक्टर व सेहत कर्मी ज्यादा उत्साह दिखा रहे हैं। पूर्व छह दिन से चल रहे टीकाकरण अभियान में सबसे ज्यादा प्राइवेट अस्पतालों में 75 फीसद टीकाकरण हुआ है, जबकि सरकारी अस्पतालों में महज 25 फीसद टीकाकरण हुआ है। उसमें भी केवल सिविल अस्पताल के डाक्टरों ने ही टीका लगवाया है। सेहत विभाग के सरकारी आंकड़ों अनुसार पूर्व छह दिन में कुल 538 लोगों को कोरोना वैक्सीन का टीका लग चुका है। इसमें 400 टीके केवल प्राइवेट अस्पताल के स्टाफ व डाक्टरों को लगा है, जबकि 138 सरकारी अस्पताल के डाक्टरों व स्टाफ को ही लगा है।
वीरवार को जिले में रिकार्ड टीकाकरण हुआ है। एक दिन में 223 हेल्थ कर्मी आगे आए। यह तब संभव हो पाया है जब सेहत विभाग ने वीरवार को जिले के चार निजी समेत कुल छह अस्पतालों में टीकाकरण की शुरूआत की। मैंने गत सोमवार को कोरोना वैक्सीन का टीका लगवाया था। मुझे कोई दिक्कत या परेशानी नहीं हुई। वैक्सीन को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है। टीकाकरण के बाद दफ्तर के अलावा दिनभर घर का काम भी किया। लोग अफवाहों में न फंसे। वैक्सीन लगवाकर जिले व देश को कोरोना मुक्त करें।
-डा. सीमा गुप्ता, सिविल अस्पताल बठिडा। वैक्सीन को लेकर लोग अफवाहों पर ध्यान न दें। लोगों में टीके को लेकर डर को देखते हुए ही मैंने टीका लगवाने का फैसला किया था। मुझे टीका लगवाएं तीन दिन का समय हो गए हैं। मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूं। मुझे कोई समस्या नहीं है। लोग घबराएं नहीं, सभी टीका लगवाएं।
- डा. धीरा गुप्ता, वूमेन एंड चिल्ड्रन अस्पताल बठिडा। वैक्सीन लगवाना मेरे लिए गर्व और खुशी का क्षण था। किसी भी व्यक्ति को यह वैक्सीन लेने के लिए डरने की जरूरत नहीं है। हम सबको बिना किसी डर के यह वैक्सीन लेनी चाहिए। मुझे किसी प्रकार की दिक्कत महसूस नहीं हुई। इसका किसी भी तरह का साइड इफेक्ट नहीं है।
- डा. मानिता बांसल,वूमेन एंड चिल्ड्रन अस्पताल बठिडा। मुझे टीका लगवाए तीन दिन से ज्यादा का समय हो चुका है। मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूं। वैक्सीन का कोई भी साइड इफेक्ट नहीं दिखा। लोग टीके को लेकर अफवाहों पर ध्यान न दें। सभी को कोरोना मुक्त के तहत टीका जरूर लगवाना चाहिए।