दो छात्रों पर लगाया चोरी का आरोप, फिर कमरे में घुस बेल्ट से जमकर की पिटाई
हमलावरों ने छात्रोंं के कमरा नंबर-346 में घुसकर उन्हें बेल्ट सहित पंच व अन्य हथियारोंं से जमकर पीटा। इस दौरान वे मदद के लिए चीख-पुकार करते रहे।
जेएनएन, बठिंडा। ज्ञानी जैल सिंह कैंपस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एवं टेक्नोलॉजी के हॉस्टल नंबर-1 में रहने वाले बीटेक फर्स्ट ईयर, सीएसई के दो छात्रों पर चोरी के आरोप लगाकर पीटा गया। हॉस्टल के ही करीब तीस छात्रों ने उन पर रंजिशन हमला किया।
हमलावरों ने छात्रोंं के कमरा नंबर-346 में घुसकर उन्हें बेल्ट सहित पंच व अन्य हथियारोंं से जमकर पीटा। घायल छात्रों की पहचान मूल रूप से झारखंड के रांची निवासी कुमार श्रेष्ठ और झारखंड के धनबाद निवासी शाहिर अजफर के रूप में हुई है। इनमें एक बीटेक फर्स्ट ईयर और दूसरा सीएसई की पढ़ाई कर रहा है।
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बेल्ट से की गई पिटाई के चलते दोनों छात्रों की पीठ की खाल फट गई। वे मदद के लिए चीख-पुकार करते रहे लेकिन उनकी आवाज न तो हॉस्टल वॉर्डन के कानों तक पहुंची और न ही कोई अन्य मदद के लिए आगे आया। लहूलुहान होने पर दोनों छात्र नीचे जमीन पर गिर पड़े। हैरत की बात रही कि हमलावर छात्र वारदात को अंजाम देकर अपने-अपने कमरों में बड़े आराम से चले गए लेकिन कॉलेज प्रबंधन ने उनपर कोई कार्रवाई नहीं की।
हॉस्टल में जानवरों जैसा सलूक होने पर छात्र कुमार श्रेष्ठ और शाहिर अजफर को पुलिस से शिकायत करनी पड़ी। इसके बाद पुलिस उन्हें ईलाज के लिए सिविल अस्पताल ले गई। यहां दोनों छात्रों को भर्ती कर उनका उपचार किया गया। घायल छात्रों ने उनके सोनू नामक सहपाठी छात्रों के मोबाइल व लेपटॉप चोरी करने के आरोप लगाए। उन्होंने बताया कि सोनू पहले उनका ही दोस्त होता था। लेकिन उन्हें यह नहीं पता था कि वह चोरी करता है। आरोप है कि हमलावर छात्रों ने सोनू पर दबाव बनाया कि वह उक्त दोनों घायल छात्रों का चोरी मामले में नाम ले, नहीं तो वह उसपर कार्रवाई कराएंगे।
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यह हैं आरोपी
छात्रों ने पुलिस को उनसे हुई बर्बरता का पूरा वाकया विस्तार से बताया। उन्होंने हमलावर छात्रों की पहचान बीटे फस्र्ट ईयर की,सीएसई के ही छात्र स्वामी सोनम ङ्क्षसह, रोहन कुमार, वरूण सिन्हा, आनंद कुमार, अंजनी यादव, उमा शंकर शाही, आशुतोष ङ्क्षसह, शुभम, अंकुर और रामजी के रूप में बताई।
हॉस्टल वार्डन पर हमला करवाने का आरोप
दोनों घायल छात्रों ने हॉस्टल के वार्डन देव आनंद उत्तम पर हमला करवाने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि हमलावर वार्डन के इशारे पर ही वारदात कर गए। छात्रों ने बताया कि वारदात के बाद जब उन्होंने वार्डन से शिकायत की तो उसने कहा कि वह थोड़ा जल्दी आ गया, जबकि उसे थोड़ा और देर से आना चाहिए था। आरोप हैं कि हमलावर छात्र वार्डन की मौजूदगी में भी छात्र कुमार श्रेष्ठ और शाहिर अजफर को पीटते रहे लेकिन वह मूकदर्शक बना रहा।
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छात्रोंं ने कहा, छोडऩा पड़ेगा कॉलेज
कॉलेज के हॉस्टल पर स्वयं से जानवरों जैसा सलूक होने के बावजूद कॉलेज प्रबंधन से कोई मदद नहीं मिलने से घायल कुमार श्रेष्ठ और शाहिर अजफर ने कहा कि उन्हें अब कॉलेज छोडऩा पड़ेगा। इसके पीछे उन्हें असुरक्षा का भाव साफ झलक रहा था। एक घायल ने तो जाति विशेष होने से उसपर हमला होने की बात कही। हालांकि जब छात्र के इस बयान की वीडियो बनानी चाही तो वह अपनी बात से मुकर भी गया।
घायलों से पुलिस करेगी पूछताछ
थाना कैनाल कॉलोनी के पुलिसकर्मी घायलोंं से पूछताछ के लिए सिविल अस्पताल पहुंचे तो वे वहां से गायब मिले। थाना एसएचओ सुखदेव ङ्क्षसह भल्ला ने कहा कि घायल छात्रों से उनके कॉलेज जाकर पूछताछ के बाद मामले की जांच कर आरोपियों पर कार्रवाई अवश्य की जाएगी। फिलहाल पुलिस घायल छात्रों सहित हॉस्टल वार्डन व आरोपी छात्रों से पूछताछ करने के प्रयासों में जुटी है।
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