मुख्यमंत्री का विरोध कर रहे थे दो दर्जन ठेका कर्मचारी, सरकार और पुलिस के खिलाफ जमकर हुई नारेबाजी, हुए गिरफ्तार
राज्य के विभिन्न विभागों में आउटसोर्सड और इनलिस्टमेंट कर्मचारी के तौर पर काम कर रहे कर्मियों को स्थाई करने की मांग को लेकर संघर्षरत ठेका मुलाजिम संघर्ष मोर्चा के सदस्यों ने रविवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया।
बठिंडा, जागरण संवाददाता । राज्य के विभिन्न विभागों में आउटसोर्सड और इनलिस्टमेंट कर्मचारी के तौर पर काम कर रहे कर्मियों को स्थाई करने की मांग को लेकर संघर्षरत ठेका मुलाजिम संघर्ष मोर्चा के सदस्यों ने रविवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया।
सरकार और पुलिस के खिलाफ हुआ प्रदर्शन
मुख्यमंत्री भगवंत मान यहां लेक व्यू गेस्ट हाउस में पहुंचे हुए थे। प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने ठेका मुलाजिम संघर्ष मोर्चा के एक ग्रुप के करीब दो दर्जन सदस्यों को हिरासत में ले लिया। जिन्हें थाना नथाना भेज दिया गया। जबकि दोपहर को मोर्चा के दूसरे ग्रुप के सदस्य शहर में रोष मार्च करते हुए लेक व्यू गेस्ट हाउस की तरफ बढ़े, लेकिन उन्हें रोज गार्डन के पास बैरिकेड लगाकर रोक लिया और आगे नहीं बढ़ने दिया। इस दौरान इन प्रदर्शनकारियों ने वहीं पर ही धरना लगा दिया और राज्य सरकार, मुख्यमंत्री भगवंत मान, जिला प्रशासन तथा पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी।
रोज गार्डन से लिया हिरासत में
गौरतलब है कि विभिन्न विभागों के ठेका मुलाजिमों ने बीते शनिवार को राज्य भर में रोष प्रदर्शन किए थे। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान का कहीं भी पहुंचने पर उनका घेराव करने का ऐलान किया था। अपनी इसी घोषणा के तहत ठेका कर्मचारियों ने दो अलग-अलग ग्रुपों में मुख्यमंत्री के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। ठेका मुलाजिमों का एक गुट सुबह रोज गार्डन में इकट्ठा हुए, लेकिन पुलिस उन्हें वहीं से हिरासत में लेकर बस में थाना नथाना ले गई। जबकि दूसरे ग्रुप ने दोपहर को मुख्यमंत्री के घेराव के लिए रोष मार्च करते हुए आगे बढ़ने की कोशिश की। जहां उन्हें रोज गार्डन के पास रोक लिया गया।
भारी रोष में कर रहे प्रदर्शन
इस मौके मौजूद जगरूप सिंह लहरा, गुरविंदर सिंह पन्नू, संदीप खान, जसवीर सिंह जस्सी, जगसीर सिंह भंगू, खुशदीप सिंह आदि ने कहा कि वे विभिन्न विभागों में हजारों कर्मचारी पिछले बीस वर्षों से मामूली वेतन पर ठेके पर काम कर रहे हैं। जिन्हें आम आदमी पार्टी ने राज्य में सत्ता में आने पर स्थायी करने का वादा किया था। लेकिन यह राज्य सरकार भी पिछली सरकारों के पदचिन्हों पर ही चल रही है।
समय देकर 12 बार मीटिंग करने से मुकरे सीएम
पिछले एक साल के दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान उन्हें 12 बार मीटिंग का समय देकर मीटिंग करने से मुकर चुके हैं। जबकि ठेका मुलाजिम मोर्चा के सदस्य हजारों रूपये खर्च करके मीटिंग के लिए चंडीगढ़ पहुंचते रहे हैं, लेकिन हर बार ऐन मौके पर उन्हें मीटिंग रद होने का कहकर लौटा दिया जाता है। जिसके चलते उनमें भारी रोष है।
रखी अपनी मांगे
उन्होंने आउटसोर्सड और इनलिस्टमेंट कर्मचारियों को स्थायी करने, कम से कम 25 हजार रुपये वेतन देने, अपनी जान गंवा चुके कर्मचारियों के वारिसों को 50 लाख का मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने तथा सरकारी विभागों के निजीकरण की नीति रद करने की मांग की।