राज्य के 510 गांव में तंबाकू व सिगरेट पर बैन
राजन कैंथ, ब¨ठडा पंजाब में फैले नशे के जाल से युवाओं को मुक्त कराने के लिए अब तक शरा
राजन कैंथ, ब¨ठडा
पंजाब में फैले नशे के जाल से युवाओं को मुक्त कराने के लिए अब तक शराब की दुकानों का विरोध करती आई पंचायतों ने अब तंबाकू उत्पादों के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया है। नई आई रिपोर्ट के अनुसार अब सिगरेट व तंबाकू जैसे नशे भी पंजाब के 510 गांव की सीमा नहीं लांघ सकेंगे। इन गांवों की पंचायतों ने प्रस्ताव पारित करके अपने गांवों को तंबाकू मुक्त घोषित कर दिया है। जिसके तहत अब इन गांवों में तंबाकू या सिगरेट की बिक्री नहीं हो सकेगी और न ही कोई खुल कर उनका इस्तेमाल कर सकेगा।
गांवों की मॉनिटरिंग बढ़ी
उक्त गांवों की पंचायतों द्वारा लिए गए सराहनीय फैसले के बाद स्टेट टोबैको कंट्रोल सेल ने उन गांवों की मॉनिट¨रग बढ़ा दी है ताकि पंचायत के फैसले को सही ढंग से लागू किया जा सके। सेल के प्रोग्राम अफसर ने इन गांवों से संबंधित जिलों के अफसरों को उन गांवों में इनफोर्समेंट की गतिविधियों को बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इन गांवों को तंबाकू मुक्त घोषित करने के लिए तरनतारन जिला शीर्ष पर है। जिले के 165 गांवों की पंचायतें इस बाबत प्रस्ताव पारित कर चुकी हैं।
कितने पंचायतों ने किया ऐसा प्रस्ताव पारित
तरनतारन 165
संगरूर की 2
एसबीएस नगर की 9
एसएएस नगर की 6
रूपनगर की 31
श्री मुक्तसर साहिब की 75
मोगा की 2
मानसा की 12
लुधियाना की 5
कपूरथला की 19
जालंधर की 2
होशियारपुर की 67
गुरदासपुर की 5
फिरोजपुर की 36
फरीदकोट की 27
फतेहगढ़ साहिब की 5
ब¨ठडा की 14
बरनाला की 4
अमृतसर की 4 ग्राम फैसले से स्वास्थ्य विभाग उत्साहित
पंचायतों के उक्त फैसले से स्वास्थ्य विभाग के अफसर बेहद उत्साहित हैं। उनका कहना है कि तंबाकू नशों का द्वार हैं। बच्चों व युवाओं में नशों की शुरूआत तंबाकू उत्पादनों से ही होती है जो बाद में हेरोइन, चरस, गांजा, अफीम व शराब जैसे नशों में तब्दील हो जाती है। इस लिए यदि तंबाकू के इस्तेमाल को शुरू में ही रोक लिया जाए, तो उससे आगे चलकर बड़े नशों की खपत में भी कमी दिखाई देगी। बताना जरूरी है कि पंजाब पहले से ही 'तंबाकू धुआं मुक्त' राज्य घोषित हो चुका है। जिसकी शुरूआत मोहाली जिले से हुई थी। मोहाली पहला वो जिला था, जिसे करीब पांच साल पहले 'तंबाकू धूआं मुक्त' घोषित किया गया था। इसके बाद चरणबद्ध तरीके से पंजाब के सभी जिलों को'तंबाकू धूआं मुक्त'घोषित कर दिया गया। लेकिन पंचायतों द्वारा एक और कदम आगे बढ़ते हुए अपने गांव को तंबाकू मुक्त घोषित करने को सकारात्मक पहल के तौर पर देखा जा रहा है।