डिप्टी स्पीकर की कोठी का घेराव करने जा रहे अध्यापकों पर लाठीचार्ज
अध्यापकों के दूर दराज के एरिया में तबादले करने के अलावा वेतन में कटौती करने के विरोध में मंगलवार को डिप्टी स्पीकर अजायब ¨सह भट्टी की कोठी का घेराव करने जा रहे अध्यापकों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। अध्यापक नेता जब रोष मार्च निकालने के बाद डिप्टी स्पीकर की कोठी की तरफ जाने लगे तो पुलिस ने पहले तो उनको माडल टाउन फेस 3 में दादी पोती पार्क के पास रोक लिया। जहां पर अध्यापकों व पुलिस में काफी धक्कामुकी हुई, जिसके बाद कुछ अध्यापक बेरीकेड्स तोड़कर आगे कोठी की तरफ निकल गए। इनको रोकने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया।
जागरण संवाददाता, ब¨ठडा : अध्यापकों के दूर दराज एरिया में तबादले के अलावा वेतन में कटौती करने के विरोध में मंगलवार को डिप्टी स्पीकर अजायब ¨सह भट्टी की कोठी का घेराव करने जा रहे अध्यापकों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। अध्यापक नेता जब रोष मार्च निकालने के बाद डिप्टी स्पीकर की कोठी की तरफ जाने लगे, तो पुलिस ने पहले तो उनको मॉडल टाउन फेस 3 में दादी पोती पार्क के पास रोक लिया। जहां पर अध्यापकों व पुलिस में काफी धक्का-मुक्की हुई, जिसके बाद कुछ अध्यापक बेरीकेड्स तोड़कर आगे कोठी की तरफ निकल गए। इन्हें रोकने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। वहीं, अध्यापकों के धरने में समर्थन कर रहे किसान यूनियन के नेता की धक्का-मुक्की में पगड़ी भी उतर गई। वहीं, पुलिस व अध्यापकों के बीच हुई धक्कामुकी के बाद लाठीचार्ज के हालातों से वहां पर अफरातफरी मच गई। जिसके विरोध में यूनियन नेताओं ने वहीं पर धरना लगा दिया। जबकि मामले की सूचना मिलने के बाद प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। जिन्होंने अध्यापकों की डिप्टी स्पीकर के बेटे के साथ मी¨टग करवाई, जिस दौरान उनको भरोसा दिया गया कि उनकी पंजाब सरकार के साथ जल्द ही मी¨टग करवाकर मामलों को हल करवाया जाएगा। जबकि मी¨टग के दौरान तहसीलदार सुखबीर ¨सह बराड़ भी शामिल हुए।
इससे पहले अध्यापकों की ओर से टीचर्स होम में बैठक की गई। जहां से डिप्टी स्पीकर की कोठी की तरफ रोष मार्च निकाला गया, जो फौजी चौक, अजीत रोड होते हुए माडल टाउन स्थित भट्टी के निवास पर पहुंचा। मगर उनके रोष मार्च के दौरान पहले तो फौजी चौक में जाम की स्थिति बन गई। इसके बाद हर समय वाहनों से भरी रहने वाली अजीत रोड पर लोगों को काफी परेशानी हुई। यहीं नहीं जब मार्च घोड़ा चौक पर पहुंचा तो 100 फीट रोड का पूरा ट्रैफिक जाम हो गया। एक तो शाम का समय था तो दूसरा शिक्षण संस्थानों के अलावा अन्य दफ्तरों में छुट्टी होने के कारण रोड पर ट्रैफिक अस्त व्यस्त हो गया। जिसको पहले वाले हालातों में आधा घंटा लग गया। वहीं यहां से मार्च डिप्टी स्पीकर की कोठी की तरफ गया, जहां पर लाठीचार्ज हुआ तो अध्यापकों ने धरना लगाया।
अध्यापक यूनियन के नेता जगसीर सहोता व रेशम ¨सह ने कहा कि सरकार ने अध्यापकों के वेतन में कटौती कर उनको मरने के लिए मजबूर कर दिया है। जबकि उनको बिना किसी शर्त के पूरे वेतन भी रेगुलर किया जाए। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि कैप्टन ने चुनावों से पहले अध्यापकों के साथ कई वादे किए थे, मगर उसमें से किसी को भी पूरा नहीं किया। अध्यापकों की तरफ से निकाले गए रोष मार्च में सांझा अध्यापक मोर्चा के आह्वान पर विभिन्न संगठनों की मी¨टग हुई, जिसमें समूह मुलाजिम, समूह मुलाजिम फेडरेशन, सेहत विभाग की यूनियनें, जमूहरी अधिकार सभा, विद्यार्थी जत्थेबंदियां, किसान व मजदूर संगठन, नौजवान व साहित्यक जत्थेबंदियां, ठेका मुलाजिम मोर्चा, थर्मल जत्थेबंदियों के नेता शामिल हुए। वहीं ऐलान किया कि 18 नवंबर को अध्यापक मोर्चा के मालवा जोन के सभी जिलों के जनता जत्थेबंदियों के विशाल मार्च के दौरान वित्तमंत्री मनप्रीत बादल का घेराव किया जाएगा।