दो दिन में होना था सर्वेक्षण, पांच दिन में भी 20 वार्ड हुए कवर
केंद्र सरकार के शहरी विकास मंत्रालय की ओर से देश भर में स्वच्छता जानने के लिए किए जा रहे स्वच्छ सर्वेक्षण-201
सुभाष चंद्र, ब¨ठडा
केंद्र सरकार के शहरी विकास मंत्रालय की ओर से देश भर में स्वच्छता जानने के लिए किए जा रहे स्वच्छ सर्वेक्षण-2018 के तहत ब¨ठडा महानगर में सर्वेक्षण पांचवें दिन भी मुकम्मल नहीं हो पाया है। महानगर के कुल 50 वार्डों में से 39 वार्डों में यह सर्वेक्षण होना है, लेकिन शनिवार की शाम तक केवल 20 वार्डों में ही हो पाया है। 19 वार्डों में सर्वेक्षण अभी बाकी पड़ा है। कार्वी कंसलटेंट कंपनी की ओर से किए जा रहे है इस सर्वेक्षण के तहत निगम कर्मियों की भी खूब दौड़ लगी हुई है। स्वच्छ सर्वेक्षण टीम का सदस्य रणजीत ¨सह राणा निगम कर्मियों को अपने साथ साथ कभी शहर के एक कोने तो कभी शहर के दूसरे कोने खूब भगा रहा है। हालांकि पहले यह सर्वेक्षण दो दिन में किए जाने की योजना थी, लेकिन इस बार यह काम इतनी बारीकी के साथ हो रहा है कि यह पांचवें दिन में भी पूरा नहीं हो पाया है।
कार्वी कंपनी दिन भर करती रही सर्वेक्षण
शनिवार को यह सर्वेक्षण सुबह नौ बजे हनुमान चौक से शुरु हुआ। यहां पर पेट्रोल पंप पर पब्लिक के लिए शौचालय की सुविधा, होटल सागर, प्रकाश हॉस्पिटल, सीपल होटल में सफाई व्यवस्था व गीले व सूखे कचरे को अलग अलग रखने की व्यवस्था, संतपुरा रोड पर पब्लिक टायलेट्स, कचरे के सेकेंडरी प्वाइंट, बसंत विहार, कमला नेहरू कॉलोनी, गुरु नानक पुरा, करतार बस्ती, मती दास नगर में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन की घर के लोगों से फीडबैक, गोल डिग्गी क्षेत्र में दिन और रात को होने वाली सफाई की स्थिति व दुकानदारों की फीडबैक, इंडस्ट्रियल ग्रोथ सेंटर, सुशांत नगर, सेंट्रल यूनिवर्सिटी में सफाई व्यवस्था, इसी तरह अमरीक ¨सह रोड पर रेसीडेंशियल एवं कॉमर्शियल एरिया में सफाई व्यवस्था का जायजा, रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड क्षेत्र में सफाई व्यवस्था जानने के अलावा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट तथा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का भी निरीक्षण कर उसकी तस्वीरें अपनी कंपनी की वेबसाइट पर अपलोड की। डस्टबिन खाली हो रहे हैं या नहीं यह भी देखा गया।
अच्छी फीडबैक से निगम अधिकारी उत्साहित
महानगर के निवासियों की ओर से फिलहाल निगम की ओर से उठाए गए कदमों की अच्छी फीडबैक दे रहे हैं। इसके अलावा जहां जहां भी निरीक्षण किया जा रहा, वहां पर स्वच्छता संबंधी किए गए प्रयास दिखाई पड़ते हैं। स्वच्छ सर्वेक्षण का मार्च में नतीजा जो भी आए, फिलहाल निगम के अधिकारी एवं कर्मचारी लोगों की फीडबैक से उत्साहित हैं।