कुल कचरा व निस्तारण की कागजी कारवाई कर की अपलोड
सुभाष चंद्र, ब¨ठडा स्वच्छता सर्वेक्षण-2017 में देश भर में 132वें व पंजाब प्रदेश में दूसरे स्थान
सुभाष चंद्र, ब¨ठडा
स्वच्छता सर्वेक्षण-2017 में देश भर में 132वें व पंजाब प्रदेश में दूसरे स्थान पर रहने वाले महानगर ब¨ठडा का इस वर्ष का सर्वेक्षण शुक्रवार से शुरू हो गया। स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 के तहत प्रथम दिन महानगर के कुल कचरे और उसके निस्तारण संबंधी निगम की कागजी कार्रवाई और उसमें किए गए दावों को चेक कर उसे सर्वेक्षण कर रही कार्वी कंसल्टेंट की वेबसाइट पर अपलोड किया गया। करीब बारह बजे कार्वी कंपनी का एक सदस्य गुरजीत ¨सह संधू निगम के स्वच्छता सर्वेक्षण के नोडल अधिकारी संदीप गुप्ता के कार्यालय पहुंचा और अपना परिचय देने के साथ ही कचरे, उसके निस्तारण, स्टाफ, व्हीकल समेत अन्य डॉक्यूमेंट पेश करने को कहा। इसके साथ ही कमिश्नर के कार्यालय में कागजों की पड़ताल का काम शुरू हो गया। कंपनी सदस्य संधू देर शाम तक तमाम डॉक्यूमेंट को स्कैन कर अपनी वेबसाइट पर अपलोड करते रहे।
यह यह डॉक्यमेंट चेक कर किए अपलोड
कार्वी कंपनी के सदस्य ने महानगर में कितना कचरा जेनरेट हुआ। उसमें कितना गीला और सूखा है। कचरे के लिए कितने व्हीकल लगाए गए हैं। उनकी कितनी समर्था है और कितने चक्कर लगाते हैं। आबादी के हिसाब से कितना गीला और सूखा कचरा होना चाहिए व निकल कितना रहा है। कितने का निस्तारण हो रहा है। लॉग बुक में कितना दर्ज है। कोई इंसेंटिव स्कीम। कितना व्यापारिक क्षेत्र है, जहां दो बार सफाई होती है। यह व्यापारिक क्षेत्र कौन से हैं। डोर-टू-डोर कितने वार्डो से कचरा उठाया जा रहा है, कुल कितने कर्मचारी इस काम में लगे हुए हैं आदि के संबंधित रिकॉर्ड को सबूतों के समेत हासिल कर अपनी वेबसाइट पर अपलोड किया।
कागजी दावों की आज जानेंगे जमीनी हकीकत
निगम की ओर से पेश की गई कागजी कार्रवाई में कितनी सच्चाई है, इसकी जमीनी हकीकत की पड़ताल सर्वे की टीम शनिवार को महानगर के विभिन्न हिस्सों में पड़ताल करेगी। सर्वे टीम के अलग-अलग सदस्य महानगर के विभिन्न मोहल्लों, गलियों, बाजारों, मॉल, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन सहित तमाम सार्वजनिक स्थानों का जायजा लेकर लोगों की फीडबैक भी लेंगे। गौरतलब है कि पिछले वर्ष के सर्वेक्षण में कागजी दावों व जमीनी हकीकत में गड़बड़झाला होने के बावजूद रैं¨कग में हुए भेदभाव की काफी शिकायतें मिली थीं, लेकिन इस बार इसकी बारीकी से पड़ताल की जा रही है। कागजी दावों और जमीनी हकीकत में अंतर पाए जाने पर नेगेटिव मार्किंग भी की जाएगी।
टीम के बारे में एक दूसरे से पूछते रहे
निगम के अधिकारियों से लेकर स्वच्छता सर्वेक्षण में लगे हुए तमाम कर्मचारी शाम तक एक दूसरे से यही पूछते रहे है कि टीम के सदस्य शहर में कहां-कहां पहुंचकर सर्वेक्षण कर रहे हैं, लेकिन किसी को कुछ पता नहीं लगा। गौरतलब है कि इस बार सर्वे कर रही कार्वी कंपनी निगम के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बगैर साथ लिए ही अपने स्तर पर सर्वे कर रही है। दो दिवसीय सर्वे के प्रथम दिन सिर्फ निगम कार्यालय में सर्वे टीम के एक सदस्य ने ही कागजी कार्रवाई को हासिल करके वेबसाइट पर अपलोड किया।
दिन भर सफाई अभियान में जुटे रहे कर्मी
सर्वेक्षण के मद्देनजर निगम के तमाम कर्मचारी शुक्रवार को स्वच्छता अभियान में जुटे रहे। शहर में डिवाइडरों की धुलाई के कार्य के अलावा संगूआना बस्ती, बरनाला बाइपास रोड, पंचवटी नगर सहित विभिन्न स्लम बस्तियों में खुले में शौच जाने से रोकने के लिए सामुदायिक शौचालय रखने का कार्य भी चलता रहा। जबकि सेनेटरी विभाग के इंस्पेक्टर गंदगी को लेकर चालान काटने के अभियान में भी जुटे रहे। इस दौरान बस स्टैंड में तीन लोगों की स्पेशल टीम लगाकर 19 लोगों के यूरीनेशन के चालान काटे। चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर सतीश कुमार ने बताया कि बीते तीन दिन में खुले में शौच करने वालों व कचरा फैलाने वालों के कुल 80 चालान किए गए।