दविंदर ने सुसाइड नोट में लिखी थी दगाबाज दोस्तों की दास्तां, ‘मुझे कर रहे थे टार्चर’
सुसाइड नोट में दविंदर गर्ग ने जहां नौ लोगों पर परेशान करने के आरोप लगाए हैं वहीं छह लोगों पर साथ देने के लिए धन्यवाद किया है। इसमें उसने उनको एसएसपी दफ्तर बुलाने की बात भी कही है।
बठिंडा, जेएनएन। बठिंडा की ग्रीन सिटी में दविंदर गर्ग की ओर से अपने पूरे परिवार की हत्या करने के बाद स्वयं खुदकुशी करने के मामले में छह पन्नों का सुसाइड नोट सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस वायरल सुसाइड नोट में दविंदर गर्ग ने जहां नौ लोगों पर परेशान करने के आरोप लगाए हैं वहीं छह लोगों पर साथ देने के लिए धन्यवाद किया है। इसमें उसने उनको एसएसपी दफ्तर बुलाने की बात भी कही है। हालांकि इस सुसाइड नोट को पुलिस ने चार दिन तक छुपाकर रखा था। लेकिन पांचवें दिन सुसाइड नोट अचानक सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
दविंदर गर्ग के सुसाइड नोट में नौ आरोपितों मनजिंदर सिंह धालीवाल, राजू कोहेनूर, अमन कोहेनूर, बब्बू कालड़ा, संजय जिंदल बाबी, अशोक कुमार रामा मंडी, प्रवीन बंसल, अभिषेक जौहरी दिल्ली व मनी बंसल के नाम दर्ज किए हैं। उन्होंने अपनी मौत का कारण इन नौ लोगों द्वारा बहुत ज्यादा टार्चर करने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने सुसाइड नोट में इन लोगों को ही खुदकुशी के मुख्य आरोपित बताया है। सुसाइड नोट में उन्होंने एक- एक आरोपित के बारे में डिटेल में बताया है कि किस आरोपित ने उनको किस प्रकार परेशान किया है।
उन्होंने सुसाइड नोट में बताया कि संजय जिंदल उर्फ बाबी जाली व्यक्ति है। उनका फाइनांस का काम भी फर्जी ही है। वह फाइनांस करने के बाद पीड़ितों से खाली चेक ले लेता है। उन्होंने बाबी से पैसे लिए थे और पूरे पैसे लौटा दिए थे। वह लोगों से 10 फीसद ब्याज वसूल करता था। पैमेंट कर देने के बावजूद भी वह और पैसों की मांग कर रहा था। इनको बिलकुल भी माफ न किया जाए।
सुसाइड नोट में किस पर क्या लगाए आरोप
दविंदर ने सुसाइड नोट में लिखा कि मनजिंदर सिंह धालीवाल (हैप्पी) ने मार्च, अप्रैल व मई में मेरे खाते में 50 लाख रुपये ट्रांसफर किए थे। लेकिन मुझसे नकद रुपये वापिस ले लिए। उसने इसके बदले में मुझसे इससे दोगुनी रकम का चेक 30 सितंबर, 2020 को लिया था। लेकिन उसने मेरा चेक वापस नहीं किया। उसने मुझसे एक करोड़ चार लाख रुपये की मांग की और धमकी दी कि उनकी पुलिस व प्रशासन में काफी पहुंच है। 30 सितंबर को मैंने उसको 12 लाख रुपये दिये। लेकिन वह एक करोड़ की मांग करता रहा। उन्होंने मुझे नौ अक्टूबर को एसएसपी दफ्तर में बुलाया और अपने मोबाइल से मेरी एक फर्जी वीडियो बनाई। इसमें मुझसे कहलाया गया कि मैं हर माह उसको दस लाख रुपये दूंगा। वह मुझे पिछले सात माह से परेशान कर रहा था। वह राशि पर 10 फीसद ब्याज वसूल करता रहा है। उसको माफ न करें।
दविंदर ने सुसाइड नोट में लिखा कि राजू कोहेनूर, अमन कोहेनूर व बब्बू कालड़ा यह तीनों ही अपराधिक प्रवृति के हैं। इन तीनों ने मुझे एक इनवेस्टमेंट कंपनी क्रिपटनेशन आई 6 बिटएंड अफारी क्वाइन में शामिल किया। इसके बाद उन्होंने सभी देनदारी मुझ पर डाल दी। उन्होंने बिटक्वाइन में पैसे लगाने वालों को कहा कि वे मेरे घर पर जाएं। बब्बू कालड़ा मुझे कई बार मिला और मुझे जान से मारने की धमकियां देता रहा। इसके बाद दविंदर ने संजय जिंदल उर्फ बाबी को एक फर्जी व्यक्ति है। उससे दविंदर ने जाली फाइनांसर कहा।
दविंदर ने सुसाइड नोट में लिखा कि उसने मुझसे व मेरी पत्नी से खाली चेक लिए थे। हमने उनके पैसे लौटा दिए थे। लेकिन वह बहुत ही ज्यादा ब्याज वसूल करता था। उसको माफ न किया जाए। इसके बाद दविंदर ने लिखा कि अशोक कुमार ने राजू कोहेनूर के जरिए इस कंपनी में पैसे इनवेस्ट किये थे। वह मार्च में मेरे घर आया और मुझसे व मेरी पत्नी से ऊंची आवाज में बोल कर गया। मैंने उनको 6 लाख 70 हजार रुपये का चेक दे दिया। हमने उनके पैसे लौटा दिए लेकिन उसने सिक्योरिटी चेक वापस नहीं किया। दविंदर ने प्रवीन बंसल को चालाक आदमी लिखा। उसने लिखा कि उसने राजू कोहेनूर को फंड दिये लेकिन मांग मुझसे करता था। उसकी स्थानीय प्रशासन में बहुत पहुंच है। इसके कारण मुझे धमका कर मुझसे 15 लाख रुपये नगद व 3 लाख रुपये का चेक ले लिया। उसको माफ न किया जाए।
दविंदर ने सुसाइड नोट में लिखा कि मनी कुमार बंसल को उसने अपील की कि वह रंजीत सिंह, गुरनाम सिंह व रमेश जिंदल टोनी की जायदाद वापिस करे। क्योंकि उसने आपको मूल राशि व ब्याज दे दिया है। दविंदर ने सुसाइड नोट में अभिषेक जौहरी को मास्टरमांइड कहा। उसने ही सब कुछ क्रीएट किया है और बहुत नफा कमाया है। उसने सभी देनदारी मुझ पर डाल दी। राजू कोहेनूर व अभिषेक अच्छे दोस्त हैं। उन्होंने मेरा क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल किया। यह दोनों ही फ्राड इंसान हैं और वे लोगों को मूर्ख बनाते हैं।
छह से मांगी माफी
दविंदर गर्ग ने अपने सुसाइड नोट में छह लोगों से माफी मांगी। उन्होंने लिखा कि उनके भाई अश्वनी गर्ग, दोस्त ज¨तदर कांसल, राजेश गोयल, अमन गर्ग, संजीव गर्ग व मोनू गोयल का उनके कारण बहुत नुकसान हुआ है। इसलिए उनसे माफी मांगता है। अगर समय साथ देता तो उनके लिए बहुत कुछ करना था। बच्चों को बहुत काबिल बनाना चाहता था लेकिन.. दविंदर ने लिखा कि वह अपने बच्चों को बहुत ही काबिल बनाना चाहता था लेकिन..।
सुसाइड नोट में दविंदर गर्ग ने काका व पोली बंसल को अपील की है कि वह उनके ससुराल वालों का मकान वापस कर दे। क्योंकि उनके पास कुछ भी नहीं है। उन्होंने लिखा कि विजय जिंदल व राज नंबरदार ने उनका बहुत साथ दिया। इसलिए आप का धन्यवाद। उम्मीद है कि आगे भी परिवार के सिर पर हाथ रखोगे। मेरी आत्मा भी आपकी धन्यवादी होगी।
मैंने कभी दविंदर गर्ग को अपने दफ्तर में नहीं बुलाया। एसएसपी दफ्तर तो बहुत बड़ा है। पता नहीं किस अधिकारी ने उनको किस काम के लिए बुलाया होगा। यह जांच का विषय है। अभी इस पर जांच चल रही है। भुपिंद्रजीत सिंह विर्क, एसएसपी, बठिंडा