पहले दिन नाममात्र स्कूल पहुंचे विद्यार्थी
स्कूलों में पहले दिन नाममात्र विद्यार्थी ही पहुंचे।
जागरण टीम, बठिडा, रामपुरा फूल : पंजाब सरकार की तरफ से नौवीं से 12वीं कक्षा के तक के विद्यार्थियों के लिए खोले गए स्कूलों में पहले दिन नाममात्र विद्यार्थी ही पहुंचे। हालांकि सरकार के आदेशों पर स्कूल का पूरा स्टाफ तो पहुंचा, लेकिन अधिकतर विद्यार्थी गैरहाजिर रहे। जिसके चलते अधिकतर स्कूलों में एक ही सेशन लगाया गया। शिक्षा विभाग के आदेश पर सरकारी व प्राइवेट स्कूलों में शारीरिक दूरी सहित अन्य नियमों का पालन करवाया गया। स्कूलों को खोलने के आदेश के बावजूद विद्यार्थियों तथा उनके अभिभावकों ने बहुत कम दिलचस्पी दिखाई।
रामपुरा फूल में भी सोमवार को स्कूल खुलने के पहले दिन नाममात्र बच्चे ही पहुंचे। प्राइवेट स्कूलों के मुकाबले सरकारी स्कूलों के बच्चों में स्कूल के प्रति ज्यादा उत्साह देखने को मिला। स्कूलों द्वारा विद्यार्थियों की सुरक्षा तथा सरकारी हिदायतों का पालन करते हुए सैनिटाइज से लेकर मास्क पहनने तक के सभी नियमों का ध्यान रखा गया। रामपुरा फूल के भारतीय माडल स्कूल में महज आठ से दस फीसद बच्चे पहुंचे हुए दिखाई पड़े। पहले दिन नौवीं तथा ग्यारहवीं कक्षा के बच्चों को बुलाया गया। प्रत्येक क्लास रूम में 20 बच्चों के बैठने का प्रबंध किया गया। प्रत्येक बैंच पर एक बच्चे को बैठाया गया। कितु स्कूल में पहले दिन कम गिनती में बच्चे आने के कारण कक्षाओं में इक्का दुक्का विद्यार्थी ही दिखाई दिए। कुछ ऐसा ही हाल स्थानीय लाला कस्तूरी लाल सर्वहितकारी विद्या मंदिर स्कूल में भी देखने को मिला। पहले दिन केवल नौवीं और दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों को ही बुलाया गया था। दोनों कक्षाओं में 200 के करीब विद्यार्थी होने के बावजूद महज 20 विद्यार्थी ही उपस्थित दिखाई पड़े। प्रिसिपल एसके मलिक ने बताया कि बीते रविवार को सभी कक्षाओं को सैनिटाइज कर दिया गया था। सोमवार को बच्चों को मास्क पहनने और उनके हाथ साफ कराने के बाद ही अंदर दाखिल होने दिया गया। आर्य सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पहले दिन 30 फीसद बच्चे कक्षाओं में पहुंचे। प्रिसिपल कुलजीत सिंह सिद्धू ने बताया कि विद्यार्थियों की सुरक्षा हेतु दो बैच बनाए गए हैं। पहला बैच सुबह नौ से 12 बजे तक तथा दूसरा बैच साढ़े 12 से साढ़े तीन बजे तक लगाना शुरू किया गया है।