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डोप टेस्ट की फाइल पर फर्जी मुहर लगाकर पहुंचा एसएमओ दफ्तर

असलहा लाइसेंस बनवाने के लिए सिविल अस्पताल बठिडा से डोप टेस्ट करवाना अनिवार्य है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 Feb 2020 11:49 PM (IST)Updated: Sat, 15 Feb 2020 06:06 AM (IST)
डोप टेस्ट की फाइल पर फर्जी मुहर लगाकर पहुंचा एसएमओ दफ्तर
डोप टेस्ट की फाइल पर फर्जी मुहर लगाकर पहुंचा एसएमओ दफ्तर

जासं, बठिडा : असलहा लाइसेंस बनवाने के लिए सिविल अस्पताल बठिडा से डोप टेस्ट करवाना अनिवार्य है। डोप टेस्ट पास करवाने के लिए कुछ शातिर लोग नए तरीके ईजाद करने में लगे हैं। इसी तरह का एक मामला शुक्रवार को सिविल अस्पताल में देखने को मिला। एक व्यक्ति डोप टेस्ट के लिए जाली मुहर का इस्तेमाल करके फाइल पर काउंटर साइन करवाने के लिए एसएमओ के पास पहुंच गया। फाइल पूरी देखकर एसएमओ ने भी साइन कर दिए। सब कुछ साजिश के तहत पूरा हो गया, लेकिन इसी दौरान जालसाज की एक हरकत ने अधिकारी को आशंकित कर दिया व उन्होंने फाइल के संबंध में पूछताछ की तो आरोपित फाइल छोड़कर फरार हो गया। इस मामले में सिविल अस्पताल प्रबंधक ने जहां थाना सिविल अस्पताल चौकी में लिखित शिकायत दी हैं, वहीं मामले में एसएसपी बठिडा व डीसी बठिडा को जांच करवाने के लिए कहा है। इस मामले में आशंका जताई जा रही है जिले में जाली डोप टेस्ट करवाने वाले एक गिरोह सक्रिय हैं, जिसमें अस्पताल के ही कुछ लोगों के भी शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। अब पुलिस आरोपित व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार करने के बाद ही पूरे मामले का राजफाश हो सकेगा।

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शुक्रवार को गांव भागीवांदर का रहने वाला गुरतेज सिंह असलहा लाइसेंस बनवाने के लिए सिविल अस्पताल बठिडा पहुंचा। उसके पास डोप टेस्ट के लिए बनाई जाने वाली फाइल थी, जिसमें यूरिन टेस्ट से लेकर पैथोलॉजी अफसर तक के होने वाले सभी टेस्टों की रिपोर्ट पर संबंधित विभाग की मुहर लगी हुई थी। इसमें अब केवल एसएमओ के हस्ताक्षर करवाने रह गए थे। उक्त फाइल में काउंटर साइन अथारिटी के होते हैं, जिसे करवाए बिना टेस्ट पूरा नहीं होता है। इसमें जब आरोपित गुरतेज एसएमओ के दफ्तर में उक्त फाइल साइन करवाने के लिए लेकर पहुंचा, तो उसमें जांच के दौरान सभी टेस्टों की रिपोर्ट करने के बाद सबंधित विभाग की मुहर लगी हुई थी। इसके चलते एसएमओ डॉ. सतीश गोयल ने भी उसमें अपने हस्ताक्षर कर दिए। इसके बाद जाते हुए डॉ. गोयल को उस व्यक्ति पर शक हुआ तो उन्होंने उसे रोक लिया। फाइल दोबारा दिखाने के लिए कही और उसे डोप टेस्ट करने वाले विभाग के अधिकारियों को फोन कर संबंधित व्यक्ति की तरफ से दिए सेंपल व टोकन का नंबर बताने के लिए कहा। डोप टेस्ट विभाग के अधिकारियों ने सूचित किया कि इस नाम के व्यक्ति की फाइल डोप टेस्ट के लिए कभी आई ही नहीं। इतनी बात सुनते ही फाइल पर साइन करवाने आया व्यक्ति फाइल को मौके पर फेंककर फरार हो गया। इसके बाद अस्पताल कर्मचारियों ने उसे पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वहां से भागने में सफल रहा। मामले की जानकारी थाना सिविल लाइन चौकी को देकर शिकायत दर्ज करवा दी गई है।

डीसी और एसएसपी को लिखित शिकायत दी है : डॉ. गोयल

एसएमओ डॉ. सतीश गोयल ने कहा कि इस मामले में उन्होंने डीसी बठिडा व एसएसपी बठिडा को भी लिखित शिकायत दी है। इसमें शहर में सरकारी दफ्तरों की जाली मुहर बनाकर देने वाले की जांच करने के साथ जाली डोप टेस्ट को लेकर फाइल लेने से लेकर विभाग के अफसरों के साइन करवाने का काम कर रहे गिरोह के संबंध में भी जांच करने की मांग की है।


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