ईश्वत की दृष्टि सदैव हम पर रहती है : साध्वी भारती
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की ओर से अजीत रोड पर स्थित आश्रम में साप्ताहिक सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
संवाद सहयोगी, ब¨ठडा : दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की ओर से अजीत रोड पर स्थित आश्रम में साप्ताहिक सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें सर्वश्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी शरण्या भारती जी ने श्रद्धालुगणों को प्रवचनों के माध्यम से समझाते हुए कहा कि आज प्रत्येक व्यक्ति उस ईश्वर के द्वारा बनाई हुई सुंदर सृष्टि को देखकर तो आकर्षित होता हैं, लेकिन इस सृष्टि में एक दृष्टि इससे भी अधिक अद्भुत व व्यापक हैं। चाहे आप किसी खुले आसमान के नीचे हो या भीड़भाड़ वाले स्थान पर, किसी घने जंगल में चले जाएं या फिर ऐसी गुफा में जहां सूर्य की किरण भी प्रवेश न करती हो, चाहे किसी एकान्त स्थान पर हो या फिर पृथ्वी के दूसरे छोर तक पहुंच जाए, परंतु वह दृष्टि सदैव आपको देख रही है। आप समझ ही गए होंगे यह दृष्टि किसकी हैं? सृष्टि के नियंता, सर्वव्यापक ईश्वर की। उसकी दृष्टि निरंतर हमें देख रही हैं। साध्वी जी ने बताया कि आज संसार को देखकर हम उसी में डूब जाते हैं परंतु इंसान परमात्मा को भूल जाता हैं। अगर हमें किसी वस्तु का अनुभव करना है तो उसके पास जाना पड़ता है। इसी प्रकार उस ईश्वर का अनुभव अपने अंतर में करने के लिए हमें भी आवश्यकता हैं पूर्ण सदगुरू की शरण में जाने की। जिस कारण हमें अंतर जगत में अनेकों अनुभव करके उस व्यापक ²ष्टि को भी देख सकते हैं। जो निरंतर, हर पल, हर दिशा से उनकी ओर निहार रही हैं।