राइजिग मेन का निर्माण शुरू करने से पहले तीन किलोमीटर का और सर्वे होगा
सोमवार को हुई बैठक के दौरान निर्णय नहीं लिया जा सका।
जागरण संवाददाता, बठिडा
वर्षों से अधर में लटके पड़े 1200 एमएम राइजिग मेन का निर्माण कार्य दोबारा शुरू करने को लेकर सोमवार को हुई बैठक के दौरान निर्णय नहीं लिया जा सका। डीसी बी श्रीनिवासन की ओर से सोमवार को की गई बैठक के दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को राइजिग मेन के तीन किलोमीटर के और एरिया का सर्वे करने का आदेश दिया है। अब एसडीएम और तहसीलदार की अगुआई में पटवार विभाग की ओर से इस सप्ताह तीन किलोमीटर और जमीन का सर्वे किया जाएगा। इसके बाद अगले सप्ताह डीसी फिर से अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। जिसमें सर्वे के आधार पर निर्माण कार्य कब शुरू करना है इसके बारे में निर्णय लिया जाएगा। दरअसल साढ़े 12 किलोमीटर की लंबाई में शहर के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से लेकर लसाड़ा ड्रेन तक बनने वाले इस राइजिग मेन का 4.8 किलोमीटर में निर्माण हो चुका है। लेकिन निर्माण के दौरान करीब एक साल पहले जब काम गांव गहरी भागी और जस्सी के रकबे में पहुंचा तो किसानों ने जमीन को लेकर विवाद खड़ा कर दिया। उनका कहना था कि निर्माण के दौरान उनकी जमीन बीच में ली जा रही हैं। इस पर उनकी जमीनों के अधीन करीब पांच किलोमीटर के रकबे में अधिकारियों ने पिछले महीने निशानदेही का कार्य मुकम्मल किया। अब संबंधित विभागों की ओर से इस रकबे में राइजिग मेन का निर्माण कार्य शुरू करने की योजना थी। लेकिन सोमवार को जब डीसी ने अधिकारियों के साथ बैठक की तो उन्होंने कहा कि बाकी के तीन किलोमीटर जमीन का भी अधिकारियों को सर्वे कर लेना चाहिए। कहीं ऐसा न हो कि जब निर्माण कार्य उस जमीन में पहुंचे तो फिर से कहीं किसान विवाद खड़ा कर दें। इसलिए जरूरी है कि उस जमीन का भी अभी से सर्वे का कार्य पूरा कर लिया जाए। उन्होंने एसडीएम अमरिदर सिंह टिवाणा और तहसीलदार सुखबीर सिंह बराड़ को उस जमीन का भी इसी सप्ताह में सर्वे का कार्य मुकम्मल करने का आदेश दिया है। बैठक में नगर निगम और सीवरेज बोर्ड के अधिकारी भी मौजूद थे।