भगवान पापी को नहीं उसके पाप को खत्म करते हैं : स्वामी
श्री दुर्गा मंदिर मॉडल टाउन फेस में श्री राम कथा के ऊपर प्रवचन करते हुए हरिद्वार से आए महामंडलेश्वर स्वामी कमलानंद गिरि महाराज ने उपस्थित जन समूह को बताया कि जो मित्र के दुख से दुखी और मित्र के सुखी से सुख का अनुभव करता है वहीं जीवन में अच्छी तरह मित्रता निभा सकता है।
संवाद सहयोगी, ब¨ठडा : श्री दुर्गा मंदिर मॉडल टाउन फेस में श्री राम कथा के ऊपर प्रवचन करते हुए हरिद्वार से आए महामंडलेश्वर स्वामी कमलानंद गिरि महाराज ने उपस्थित जन समूह को बताया कि जो मित्र के दुख से दुखी और मित्र के सुखी से सुख का अनुभव करता है वहीं जीवन में अच्छी तरह मित्रता निभा सकता है। रामायण में लिखा है कि अपने दुख को चाहे पर्वत के समान क्यों ना हो उसे राई के समान समझें और मित्र के दुख को चाहे राई के समान हो पर्वत के समान समझने वाला व्यक्ति ही जीवन में खुशियां प्राप्त कर सकता है। बाली वध का प्रसंग सुनाते हुए महाराज ने बताया कि भगवान कभी भी पापी को नहीं मारते उसके पाप को मारते हैं। भगवान को अधर्म कभी स्वीकार नहीं है। छोटे भाई की पत्नी अपनी बहन, अपने बेटे की पत्नी और अपनी बेटी यह सब बेटी ही हैं। अपनी बेटी के समान ही हैं। हर व्यक्ति को जीवन में सत्संग का सहारा जरूर लेना चाहिए। महाराज ने बताया कि हमारे अंदर भी अच्छाई और बुराइयों का हमेशा झगड़ा रहता है, लेकिन हम हमेशा बुराइयों से परास्त हो जाते हैं और अच्छाइयों को नजरअंदाज कर देते हैं, जो व्यक्ति ईश्वर पर भरोसा करके जीवन में ज्ञान, वैराग्य और भक्ति से परिपूर्ण संत संगती करता है वह कभी भी बुराइयों से परास्त नहीं होता।
श्री कल्याण कमल सत्संग समिति के प्रवक्ता ने शहरवासियों को आह्वान किया कि 17 तारीख तक चलने वाली इस मंगलमय कथा में परिवार और इष्ट मित्रों सहित सभी लोग अवश्य पधारें।