Move to Jagran APP

पंजाबी सूफी गायक गुरदास मान कई कलाकारों से दुखी, बाेले- अब भी गा रहा हूं, इस‍लिए कर रहे दुष्प्रचार

प्रसिद्ध सूफी गायक गुरदास मान कई कलाकारों से दुखी है। उनका कहना है कि वह इस उम्र में भी गा रहे हैं इसलिए ये कलाकार व कुछ लोग उनके खिलाफ दुष्‍प्रचार कर रहे हैं। इन लोगों को बाणी की समझ तक नहीं है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Fri, 04 Dec 2020 11:24 AM (IST)Updated: Fri, 04 Dec 2020 11:24 AM (IST)
पंजाबी सूफी गायक गुरदास मान कई कलाकारों से दुखी, बाेले- अब भी गा रहा हूं, इस‍लिए कर रहे दुष्प्रचार
पंजाबी सूफी गायक गुरदास मान की फाइल फोटो।

बठिंडा, [गुरप्रेम लहरी]। मशहूर पंजाबी सूफी गायक गुरदास मान (Gurdas Mann) अपने खिलाफ प्रचार से दुखी है। अपने खिलाफ बाताें से दुखी गुरदास मान का दर्द छलक पड़ा। उन्‍हाेंने कहा कि कुछ कलाकार और लोग उनके खिलाफ दुष्‍प्रचार कर रहे हैं। ऐसे कलाकार और लोग कहते हैैं कि मैैं (गुरदास मान) इतनी उमर में भी क्‍यों गाता हूं। इसी कारण ऐसे कलाकारों व लोगों ने मेरे खिलाफ दुष्प्रचार किया। जिन्हें गुरु ग्रंथ साहिब की बाणी का इक ओंकार ही समझ नहीं आया तो वह बाणी क्या जानेंगे।

prime article banner

गुरदास मान बोले, कई कलाकार कहते हैैं कि मैैं इतनी उम्र में भी क्‍यों गाता हूं

गुरदास मान ने कहा, मैैं हक और सच के लिए लिखता व गाता हूं। यही मेरी जाति है और फर्ज भी। मेरी नीयत पर शक करने वालों से विनती है कि वह भले ही मुझे अपशब्द कहें लेकिन मेरा पंजाबी होने का हक और सम्मान न छीनें। यही मेरी पूरी उम्र की कमाई है।'

उन्होंने कहा कि मेरी एक छोटी सी बात को गलती बना दिया गया। एक इंटरव्यू में मुझसे हिंदी को राष्‍ट्रभषा बनाने को लेकर सवाल पूछा गया, तो मैैंने कहा था कि हिंदी राष्ट्र भाषा है और एक देश की एक भाषा तो होनी ही चाहिए। लेकिन इसका यह मतलब तो नहीं था कि पंजाब से पंजाबी भाषा को खत्म कर दिया जाए। खुद सोचें 'पंजाबी जुबानें नीं रकाने मेरे देश दीये..' जैसा गीत लिखने और गाने वाला ऐसी बात कर सकता है। खैर, अच्छे और बुरे दिन हर आदमी को देखने पड़ते हैं, इम्तिहान सभी को देना पड़ता है।'

किसान आंदोलन पर बोले, दिल्ली में धरना दे रहे किसानों की मांगों पर गौर करे सरकार 

किसानों के आंदोलन की चचाा करते हुए मान ने कहा कि पंजाब का अन्नदाता दिन-रात सड़कों पर है, लाठियां खाकर भी लंगर छका रहा है और प्रदर्शन भी शांतिपूर्वक कर रहा है। अपने परिवार को छोड़ कर दिल्ली की सड़कों पर बैठे किसानों की मांगों पर सरकार गौर करे। बुजुर्ग किसानों की उम्र का ख्याल रखा जाए। उम्मीद है कि सरकार किसानों की मांग पर जल्द अमल करेगी। क्योंकि अगर किसान है तो हिंदुस्तान है और जवान है तो भारत महान है।

किसानों के समर्थन में गाया था पहला गीत

गुरदास मान ने कहा कि उन्होंने अपनी जिंदगी का पहला गीत किसानों पर तब लिखा था जब देश में टिड्डी दल आया था। जब नौ या 10 साल का ता तो मेरे चाचा मुझे कंधों पर उठा कर रामलीला मैदान में ले गए थे। उन्होंने गाने को कहा तो मैंने किसानों हक में ही गीत गाया था। अपने कई गीतों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि वह कभी भी किसानों को नहीं भूले और अब उन पर सवाल किए जा रहे हैं।

यह भी पढ़ें: Big Boss 14 : बहू रूबीना के बेटे से तलाक की बात सुन लुधियाना में रहते सास-ससुर के उड़े हाेश, कही यह बात

यह भी पढ़ें: Agricultural laws: हरियाणा के इन प्रगतिशील किसानों से जानिये तीन कृषि कानूनों के फायदे

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.