पापियों का नाश करने के लिए भगवान लेते हैं जन्म : रमेशानंद
पंचवटी नगर बठिडा के समूह परिवार की ओर से पंचवटी नगर में जारी श्रीमद्भागवत कथा में स्वामी आचार्य रमेशानंद महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण के अवतरण की कथा सुनाई।
संस, बठिडा : पंचवटी नगर बठिडा के समूह परिवार की ओर से पंचवटी नगर में जारी श्रीमद्भागवत कथा में स्वामी आचार्य रमेशानंद महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण के अवतरण की कथा सुनाई। उन्होंने कहा कि भगवान का अवतरण हमेशा समाज की तरक्की व कल्याण व धरती से पाप का नाश करने के लिए होता है। भगवान अवतरण लेकर, स्वयं अपने जीवन में धर्म का पालन करके, लोगों को धर्ममार्ग पर चलने की शिक्षा देते हैं। मथुरा में कंस की जेल में भगवान का जन्म होता है और गोकुल में नंद यशोदा के घर भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव और नंदोत्सव धूमधाम से मनाया जाता है।
कथा में उमड़ी भक्तों की भीड़ ने आचार्य जी के साथ मिलकर भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के मंगल गीत गाए, 'हो रई बृज में जय जयकार..के नंद के घर लाला आयो है'..के भजन पर पूरा पंडाल झूम पड़ा।
स्वामी जी ने सभी भक्तों को श्रीकृष्ण जन्म की बधाइयां दी। पंडाल में हर व्यक्ति को नाचते और झूमते हुए देखकर स्वामी जी ने कहा कि जो बांके बिहारी के सामने नृत्य करता है उसे संसार में कोई नचा नहीं सकता। जो यहां पर भगवान के सामने जितना नाचेगा वह जीवन में उतनी ही तरक्की करेगा। इसके अलावा स्वामी जी ने आज भगवान विष्णु द्वारा नरसिंह अवतार व वामन अवतार की कथा का विस्तृत वृतांत भी सुनाया। उन्होंने बताया कि भगवान इस धरा पर तभी आते हैं, जब धरा पर धर्म की हानि होती है और धर्म कम होना शुरू हो जाता है। पृथ्वी पर जब-जब अधर्मी, पापी व माता पिता की सेवा न करने वाले लोग बढ़ जाएं, तब-तब भगवान किसी न किसी रूप में जन्म लेकर पापियों का नाश करते हैं। धर्म की फिर से स्थापना करके लोगों का उद्धार करते हैं।
पंचवटी नगर बठिडा के समूह परिवारों द्वारा श्रीमद्भागवत की सामूहिक आरती के बाद आचार्य जी ने श्रीकृष्ण जन्मोत्सव अवसर पर भक्तों को मिठाई व खिलौने और माखन मिश्री का प्रसाद दिया। भूषण अग्रवाल, एमआर जिदल व मोहल्ला निवासी भी उपस्थित थे।