पीआरटीसी मुलाजिमों ने बस स्टैंड पर किया चक्का जाम
पनबस कांट्रेक्ट वर्कर यूनियन की ओर से नौ से 11 अगस्त तक हड़ताल कर बसों का चक्का जाम किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, बठिडा: पंजाब रोडवेज व पनबस कांट्रेक्ट वर्कर यूनियन की ओर से नौ से 11 अगस्त तक हड़ताल कर बसों का चक्का जाम किया जाएगा। इसकी घोषणा करते हुए यूनियन ने मंगलवार को बस स्टैंड के गेट पर धरना लगाया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान लोगों को परेशानियों से जूझना पड़ा।
प्रदर्शन के दौरान डिपो प्रधान संदीप सिंह ने मांग की कि 10 हजार नई बसों को पंजाब रोडवेज व पीआरटीसी में डाला जाए। कच्चे मुलाजिमों को पक्का किया जाए। सरकारी ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा दिया। ऐसा न होने पर नौ से 11 अगस्त तक तीन दिवसीय हड़ताल कर कैप्टन अमरिदर सिंह या नवजोत सिंह सिद्धू के घर के आगे प्रदर्शन किया जाएगा। इसके अलावा बसों में सरकार के खिलाफ प्रचार कर मंत्रियों का घेराव भी किया जाएगा। रोजगार के लिए स्टेनो यूनियन ने किया प्रदर्शन बेरोजगार स्टेनो यूनियन की ओर से रोजगार की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया। साथ ही पंजाब सरकार के नाम तहसीलदार सुखबीर सिंह बराड़ को मांग पत्र भी दिया।
अमृत सिंह ने बताया कि वह 2017 से लेकर पंजाबी स्टेनो टाइपिस्ट की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन आज तक सरकार द्वारा उनको कोई नौकरी नहीं दी गई। गत दो जुलाई को चेयरमैन रमण बहल व सचिव अमनदीप बंसल के साथ उनकी मीटिग हुई तो पता चला था कि विभाग के पास लगभग 300 टाइपिस्ट के पद खाली हैं। एक महीना बाद भी इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर 10 अगस्त तक नौकरी संबंधी विज्ञापन जारी नहीं किया गया तो वह मोहाली में बोर्ड के दफ्तर के आगे धरना लगाएंगे। डीसी दफ्तर मुलाजिमों ने दूसरे दिन भी रखी हड़ताल डीसी दफ्तर की कई शाखाओं को खत्म करने के विरोध में डीसी दफ्तर कर्मचारी यूनियन की ओर से शुरू की गई कलम छोड़ हड़ताल मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रही। इस कारण दफ्तरों में कोई काम नहीं हुआ और लोग परेशान रहे।
प्रधान कुलदीप शर्मा ने कहा कि सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों के चलते डीसी दफ्तर की शाखाओं को खत्म किया जा रहा है। मुलाजिम वर्ग की तरफ से सरकार से अपनी मांगों को मनवाने के लिए सभी पंजाब के डीसी दफ्तरों में हड़ताल की गई है। इसके बाद चार अगस्त को माल मंत्री गुरप्रीत सिंह कांगड़ के गांव कांगड़ में सभी पंजाब के डीसी दफ्तरों के मुलाजिम रोष धरना देंगे।