मनरेगा मुलाजिमों ने रेगुलर की माग को लेकर बीडीपीओ दफ्तर में धरना लगाया
बठिंडा के मनरेगा कर्मचारी यूनियन ब्लॉक बठिंडा की ओर से बीडीपीओ दफ्तर में धरना लगाया गया।
जागरण संवाददाता, बठिंडा : रेगुलर की माग को लेकर बठिंडा के मनरेगा कर्मचारी यूनियन ब्लॉक बठिंडा की ओर से बीडीपीओ दफ्तर में धरना लगाया गया। धरने की अगुवाई कर रहे ब्लॉक प्रधान कौर सिंह ने बताया कि ग्रामीण विकास व पंचायत विभाग में नरेगा अधीन पिछले 11-12 साल से ड्यूटी कर रहे नरेगा मुलाजिमों ने मागों की पूर्ति के लिए पूरे पंजाब में धरने प्रदर्शन शुरू किए हैं। जिनका कहना है कि यूनियन द्वारा पंचायत विभाग में मर्ज करने के अलावा रेगुलर करने की माग को लेकर केस दो बार प्रमोशनल विभाग को भी भेजा जा चुका है, लेकिन हर बार सरकार पैसों का बहाना लगाकर केस को वापिस भेज देती है। दूसरी तरफ नरेगा मुलाजिमों के तुजुर्बे को अनदेखा कर विभाग में पहले भी पंचायत सचिव, स्टेनोग्राफरों की भर्ती हो चुकी है।
इस दौरान राज्य प्रधान वरिंदर सिंह ने बताया कि मनरेगा मुलाजिम 2007-08 से ग्रामीण विकास व पंचायत विभाग अधीन ड्यूटी कर रहे हैं। मगर अभी तक सरकार लारे लगाने की नीति को ही अपनाए हुए है। जिसके चलते आज तक न तो नरेगा मुलाजिमों का ईपीएफ काटा जा रहा है न ही मोबाइल भत्ता दिया जा रहा है। इसके अलावा ड्यूटी दौरान मौत होने वाले कर्मचारी के परिवार को भी कोई लाभ नहीं दिया जा रहा। उन्होंने बताया कि 21 अगस्त की राज्य स्तरीय मीटिंग में फैसला लिया गया था 16 से 18 सितंबर को ब्लॉक स्तर पर धरने लगाए जाएंगे, जिसके तहत यह प्रदर्शन शुरू किया गया है। इस मौके पर जगजीत सिंह, गुरतेज सिंह, सुखजीत सिंह, सुखविंदर सिंह, बलविंदर सिंह, भुपिंदर सिंह, प्रितपाल सिंह, जसविंदर सिंह आदि उपस्थित थे।