लावारिस पशुओं का नहीं हुआ हल, संस्थाओं में गुस्सा
शहर में फैले हुए लावारिस पशुओं का हल न होने के कारण शहर की संस्थाओं का आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा हैं।
संवाद सहयोगी, ब¨ठडा : शहर में फैले हुए लावारिस पशुओं का हल न होने के कारण शहर की संस्थाओं का आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा हैं। इसके तहत संस्थाओं की ओर शहरवासियों को साथ लेकर विभिन्न तरह के प्रदर्शनों के जरिए निगम के खिलाफ रोष व्यक्त किया गया था, पर अभी तक कोई हल न होने पर संस्थाओं की ओर से प्रदर्शन को तेज करने की रणनीति बनाई गई। इसको लेकर सामाजिक संस्थाओं की ओर से रविवार को पशुओं को छोड़ने की तैयारी करने के लिए वृद्ध आश्रम हाल में मी¨टग का आयोजन किया गया। इसमें शहर की संस्थाओं के पदाधिकारी व शहरवासी उपस्थित हुए जहां चर्चा करते हुए अगामी दिनों में विभिन्न दफ्तरों व अधिकारियों के निवास स्थानों पर पशु छोड़ने की योजना बनाई गई।
मामले की जानकारी देते हुए संस्था के पदाधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को निगम की सभी पार्षदों से बैठक होने की सूचना है। अगर बैठक में लावारिस पशुओं की समस्या का समाधान न तलाशा गया तो मंगलवार शाम से रणनीति तय करके अगले एक दो दिनों में पशुओं को आफिसर्स के दफ्तरों व घरो में छोड़ कर प्रदर्शन किए जाएंगे। इससे होने वाले किसी भी प्रकार के नुकसान का जिम्मेदार जिला प्रशासन व नगर निगम होगा।
इससे पहले भी पशुओं से निजात पाने के लिए नगर निगम व प्रांत के वित्त मंत्री मनप्रीत ¨सह बादल के नाम पर मांग पत्र 10 सितंबर को दिए गए थे और कुछ मांगों के साथ हल करने की अपील के साथ अल्टीमेटम दिया गया था। पर 20 सितम्बर तक हल न होने के कारण निगम की अर्थी फूंक प्रदर्शन करके आगे की चेतावनी देते हुए अफसरों के घरों व कार्यालयों में पशु छोड़ने की चेतावनी भी दी थी। इसके तहत मी¨टग का आयोजन किया गया।
इस मी¨टग में वृद्ध आश्रम कमेटी, साथी वेलफेयर सोसायटी, शहीद जरनैल ¨सह सोसायटी, नौजवान वेलफेयर सोसायटी, जीवन ज्योति वेलफेयर क्लब, श्री हनुमान सेवा समिति, लाइन पार संघर्ष कमेटी, पतंजलि योग समिति, भारत स्वाभिमान ट्रस्ट, समर्पण वेलफेयर सोसायटी, ग्राहक जागो, श्री गोसेवा संभाल सुरक्षा समिति, डायमंड सोसायटी,महिला पतंजलि योग समिति, यूनाइटेड वेलफेयर सोसायटी, स्वामी विवेकानंद चेरिटेबल ट्रस्ट, सहयोग वेलफेयर सोसायटी, भाई घनैया सेवा सोसायटी व अन्य संस्थाओं ने अपने विचार रखे।