नगर निगम की सख्ती के बावजूद नहीं रुक पा रही पानी उपभोक्ताओं की लूट
नगर निगम की सख्ती के बावजूद आरओ प्लांट संचालक की मनमानी लगातार जारी है।
सुभाष चंद्र, बठिडा : पीने के पानी के रेट व उसके कार्ड की समय अवधि को लेकर नगर निगम की सख्ती के बावजूद आरओ प्लांट संचालक की मनमानी लगातार जारी है। शहर के अनेक आरओ प्लांट पर अभी भी उपभोक्ताओं की लूट की जा रही है। हालांकि अगर कोई उपभोक्ता सख्ती से पेश आता है तो आरओ प्लांट पर मौजूद कर्मी ढीले भी पड़ जाते हैं, लेकिन बहुत गिनती लोग उनकी मनमानियों के चलते लूट का शिकार हो रहे हैं। गौरतलब है कि पिछले ठेकेदार की ओर से निगम के साथ हुए कांट्रैक्ट के तहत ही पानी के रेट की वसूली की जाती थी और कार्ड की समय अवधि की वैधता की भी कोई सीमा नहीं थी। लेकिन बीते मार्च माह से जब से नए कांट्रैक्टर के पास आरओ प्लांट आए हैं, उसकी ओर से कांट्रैक्ट के विपरीत पानी के रेट और कार्ड की समय अवधि की वैधता को लेकर मनमानियां की जा रही है। बीते मार्च से चल रही
कंपनी की मनमानी
निगम की ओर से शहर के प्रत्येक 50 वार्डों में आरओ प्लांट लगाए हुए हैं। बीते मार्च माह से इन सभी 50 आरओ प्लांट का कांट्रैक्ट सिद्धू कंपनी के साथ हुआ है। हालांकि इस कंपनी के साथ भी पिछले कांट्रैक्टर की तरह ही 30 कैन का 75 रुपये का कांट्रेक्ट होया है। इस के अनुसार उपभोक्ता यह 30 वाटर कैन चाहे एक माह में खत्म करे, चाहे छह माह में। इसकी समय सीमा कोई नहीं है। 30 कैन लेने के उपरांत ही नया कार्ड बनाया जा सकता है। जब यह कांट्रैक्ट चालू हुआ था तो कंपनी न केवल अपनी मर्जी से 75 के स्थान पर 90 रुपये वसूल करने लगी थी, बल्कि कार्ड की वैधता भी एक माह ही निर्धारित कर दी थी। बेशक किसी ने एक महीने में 15 कैन ही लिए, लेकिन कंपनी उसे नया कार्ड बनाने पर पानी देती थी। इस बात को लेकर जब लोगों का शोर मचा तो नेताओं व निगम के अधिकारियों के दबाव के चलते कुछ हद तक कंपनी की मनमानियों में कमी आई। लेकिन यह पूरी तरह से अभी भी रुकी नहीं है।
एक माह के बाद नया कार्ड बनाने का दबाव
सराभा नगर निवासी नील गर्ग ने बताया कि बीते रविवार को जब वह बसंत विहार स्थित आरओ प्लांट से पानी लेने गया तो वहां पर मौजूद कर्मचारी ने उसे पानी देने से मना कर दिया। उसका कहना था कि उसके कार्ड की वैधता खत्म हो गई है, उसे नया कार्ड बनवाना पड़ेगा। नील गर्ग के अनुसार जबकि उसके 30 कैन के कार्ड में अभी काफी कैन बाकी थे। लेकिन जब वह सख्ती से उस कर्मचारी से पेश आया तो उसने पानी दे दिया। ग्राहक जागो संस्था के सचिव व आरटीआइ एक्टिविस्ट संजीव गोयल ने बताया कि लाल सिंह बस्ती में भी ऐसा ही हो रहा है। कई स्थानों पर 75 रुपये के स्थान पर 90 रुपये वसूल किए जा रहे हैं। इस संबंध में उसने स्थानीय निकाय विभाग के उच्चाधिकारियों तक को भी शिकायतें की हुई हैं। उच्चाधिकारियों ने निगम अधिकारियों की जवाबतलबी भी की हुई है। कंपनी के एरिया मैनेजर बोले-वेतन कहां से देंगे
इस संबंध में जब कंपनी के एरिया मैनेजर रामशरण से बात की गई तो पहले तो उसने कहा कि कार्ड की वैधता 45-50 दिन तक की हुई है। एक कार्ड को इससे ज्यादा समय नहीं चलाया जा सकता। अगर हम ऐसा करेंगे तो अपने कर्मचारियों को वेतन कहां से देंगे। लेकिन बाद में जब दैनिक जागरण की ओर से निगम अधिकारियों से बात की गई तो एरिया मैनेजर रामशरण ने बैक कॉल करके कहा कि रेट और कार्ड की वैधता को लेकर जो भी इश्यू हैं यह दूर कर दिए जाएंगे। मनमानी नहीं चलेगी, मुझे तुरंत करें फोन: एक्सईएन
निगम एक्सईएन रमन कुमार ने इस पर हैरानी व्यक्त करते हुए कहा कि कंपनी की यह मनमानी नहीं चलेगी। 30 कैन के कार्ड का 75 रुपये रेट फिक्स है और यह कार्ड 30 कैन खत्म होने तक चलेगा। चाहे कोई यह 30 कैन छह माह में खत्म करे। अगर किसी आरओ प्लांट पर 75 रुपये के स्थान पर 90 रुपये की वसूली होती है और बिना कैन खत्म एक माह के बाद नया कार्ड बनाने का दबाव डाला जाता है तो तुरंत उसके मोबाइल नंबर 97800-42177 पर संपर्क करें।