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बारिश से टूटा स्लज कैरियर, शहर में भरा सीवरेज का पानी

बारिश जब भी आती है, तो शहर के लिए राहत के साथ आफत भी लेकर आती है। गनीमत रही कि पूरा मॉनसून लगभग सूखा निकल गया। लेकिन मॉनसून के निकलने के बाद बीते शनिवार की सुबह रुक रुककर शुरु हुई और रात भर चलती रही बारिश से शहर के गंदे पानी की निकासी के लिए बना हुआ 40 वर्ष पुराना स्लज कैरियर फिर टूट गया। दिन-रात में हलकी हलकी हुई 3

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Sep 2018 08:24 PM (IST)Updated: Sun, 23 Sep 2018 08:24 PM (IST)
बारिश से टूटा स्लज कैरियर, शहर में भरा सीवरेज का पानी
बारिश से टूटा स्लज कैरियर, शहर में भरा सीवरेज का पानी

सुभाष चंद्र, ब¨ठडा : बारिश जब भी आती है, तो शहर के लिए राहत के साथ आफत भी लेकर आती है। गनीमत रही कि पूरा मानसून लगभग सूखा निकल गया। लेकिन मानसून के निकलने के बाद बीते शनिवार की सुबह रुक-रुककर शुरू हुई और रात भर चलती रही बारिश से शहर के गंदे पानी की निकासी के लिए बना हुआ 40 वर्ष पुराना स्लज कैरियर फिर टूट गया। दिन-रात में हल्की-हल्की हुई 38 एमएम बारिश का पानी भी वह झेल नहीं पाया। स्लज कैरियर के टूटने से लगभग 10 मीटर में दरार पड़ गई। इससे जहां वहां करीब 10 एकड़ फसलों के रकबे में गंदा पानी भर गया, वहीं शहर में मेन डिस्पोजल बंद करने पर पावरहाउस रोड, सिरकी बाजार, सौ फुटी रोड से धोबीआना को जाने वाली सड़क, डीसी व एसएसपी निवास के समक्ष सहित कई स्थानों पर गंदे पानी का भराव हो गया। इसके चलते लोगों को आने जाने बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। खस्ताहाल हो चुके स्लज कैरियर के टूटने की यह पिछले चार वर्षों में आठवीं घटना है। जबकि इस दौरान ही एक बार टूटने से बच चुका है।

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कोटशमीर के पास टूटा स्लज कैरियर, 10 मीटर में दरार

इस बार स्लज कैरियर की टूटने की घटना गांव कोटशमीर व शेरगढ़ के दरम्यान हुई। इसके टूटने की करीब छह बजे नगर निगम और शहर में सीवरेज-पानी का काम देख रही त्रिवेणी कंपनी के अधिकारियों को सूचना मिली तो तुरंत मेन डिस्पोजल की सभी मोटरों को बंद किया गया। इस उपरांत निगम एवं त्रिवेणी कंपनी के 70 की संख्या में कर्मचारी साजो सामान के साथ दरार भरने के लिए मौके पर पहुंचे। करीब नौ बजे दरार भरने का काम शुरू किया गया। इस दौरान वहां पर निगम के एक्सईएन द¨वदर जौड़ा, त्रिवेणी के डीजीएम वीबी शिवांगी के अलावा सीवरेज एंड वाटर सप्लाई बोर्ड के एसई एएस कलसी भी मौजूद थे। खबर लिखे जाने तक स्लज कैरियर की दरार को बंद करने का कार्य जारी था। लेकिन इस समय अवधि के दौरान मेन डिस्पोजल की मोटरें बंद रहने से शहर में जलभराव की स्थिति बनी रही। हालांकि यह स्थिति पहले के मुकाबले काफी कम दिखी। क्योंकि पिछले करीब डेढ़ माह से सीवरेज की डीसि¨ल्टग का काम चल रहा है।

खस्ताहाल हो चुका है

40 वर्ष पुराना स्लज कैरियर

नगर निगम के मेयर बलवंत राय नाथ ने कहा कि स्लज कैरियर बहुत ज्यादा कंडम हो चुका है। इसलिए संयम के साथ ही इसमें पानी छोड़ा जाता है। इसके लिए अमृत योजना के तहत नवीनीकरण करने का प्रस्ताव है। इसके साथ-साथ राइ¨जग मेन डालने का काम किया जा रहा है। राइ¨जग मेन के मुकम्मल होने पर यह दिक्कत दूर हो जाएगी।

बारिश की वजह से टूटा है स्लज कैरियर

बताया जाता है कि स्लज कैरियर बारिश की वजह से ही टूटा है। यह काफी कमजोर हो चुका है। मेन डिस्पोजल से पानी का दबाव भी बढ़ गया था। जिसका स्लज कैरियर दबाव नहीं झेल पाया। मेन राइ¨जग का काम अभी चार किलोमीटर ही हुआ है। करीब साढ़े आठ किलोमीटर बाकी पड़ा है। इसके पूरा होने पर ही स्थायी तौर पर यह दिक्कत खत्म हो सकेगी। अब तक आठ बार टूट चुका स्लज कैरियर

करीब 40 वर्ष पुराना और खस्ताहाल हो चुका स्लज कैरियर अब तक आठ बार टूट चुका है। वर्ष 2015 में दो बार, वर्ष 2016 में एक बार, वर्ष 2017 में दो बार तथा इस वर्ष अप्रैल से लेकर अब तक छह माह में दो बार टूट चुका है। इसके अलावा बीते जून माह में लीकेज का समय पर पता चल जाने पर टूटने से बच चुका है। यह स्लज कैरियर बीती दो अप्रैल को नई दिल्ली रेलवे लाइन के पास टूट गया था व 20 फुट दरार पड़ गई थी। जबकि बीती चार जुलाई को गहरी भागी के पास टूटने से बच गया था। बारिशों के मद्देनजर स्लज कैरियर की निगरानी के लिए वहां पर घूम रहे कर्मियों को एक जगह लीकेज दिखाई पड़ी तो उन्होंने तुंरत निगम व त्रिवेणी कंपनी को सूचित कर दिया और कर्मचारियों ने तुरंत वहां पर पहुंचकर मरम्मत करके लीकेज को बंद कर दिया था। लेकिन स्लज कैरियर के टूटने पर मेन डिस्पोजल की मोटरें बंद करनी पड़ती हैं। जिससे शहर के अनेक इलाकों में सीवरेज का गंदा पानी भर जाने से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।


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