शहर के चार स्थानों पर सोलर प्लांट लगाने की योजना अंतिम चरण में
पहले शहर के चार स्थानों पर सोलर प्लांट लगाने की बनाई गई योजना अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है।
सुभाष चंद्र, बठिंडा : नगर निगम की ओर से दो साल पहले शहर के चार स्थानों पर सोलर प्लांट लगाने की बनाई गई योजना अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है। नगर निगम दफ्तर, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, ग्रोथ सेंटर के वाटर वर्क्स और रोज गार्डन के साथ सटे जॉगर पार्क में 9.85 करोड़ रुपये की लागत के साथ चार प्लांट लगाने की बनाई गई इस योजना को अंजाम पर पहुंचाने के लिए पंजाब एनर्जी डवलपमेंट एजेंसी (पेडा) ने एक निजी कंपनी को टेंडर अलॉट कर दिया है। टेंडर की अलॉटमेंट हो जाने के बाद अब निगम के अधिकारियों को इसी माह प्लांट लगाने का काम शुरू होने की उम्मीद है। बता दें कि अपने बिजली के खर्चे कम करने के उद्देश्य को लेकर नगर निगम की ओर से करीब दो साल पहले अपने सोलर प्लांट लगाने की योजना बनाई थी। जिसके प्रस्ताव को बाद में तत्कालीन अकाली-भाजपा हाउस में पारित किया गया था। बीते जनवरी माह में इसे नगर निगम की फाइनांस एंड कांट्रैक्ट कमेटी (एफएंडएससी) की बैठक में इस प्रोजेक्ट की वित्तीय मंजूरी भी प्रदान की गई थी। तब से लेकर अब तक इस प्रोजेक्ट पर पेडा की ओर से काम किया जा रहा था। हालांकि नगर निगम पर अकाली-भाजपा गठबंधन की सत्ता रहने और राज्य में कांग्रेस की सत्ता होने के कारण इस प्रोजेक्ट पर धीमी गति के साथ ही काम चल रहा था। अब बीते मार्च माह में अकाली-भाजपा हाउस का कार्यकाल समाप्त हो चुका है। राज्य सरकार की जल्दी निगम चुनाव कराने की भी योजना है। राज्य सरकार की पहले अगस्त माह में चुनाव कराने की योजना थी। लेकिन दुनिया भर में फैले कोविड-19 ने इस योजना को ब्रेक लगा दी। पेडा की ओर से लगाए जाएंगे प्लांट चारों प्लांटों पर होने वाला खर्च नगर निगम की ओर से किया जाएगा, लेकिन इसे लगाएगा पेडा। नगर निगम बैंक से लोन लेकर यह प्लांट लगवाने जा रहा है। हालांकि पहले पेडा की ओर से इस प्लांटों की स्थापना पर पांच फीसद सर्विस चार्जेज की मांग की गई थी, लेकिन बाद में नगर निगम के निवेदन पर पेडा ने यह चार्जेज वापस ले लिए थे। योजना के अनुसार कुल 2210 मेगावाट के यह प्लांट लगेंगे। जिसमें रोज गार्डन के पास स्थित जॉगर पार्क में 1000 किलोवाट, कचरा प्लांट के नजदीक स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) पर 700 किलोवाट, मानसा रोड स्थित ग्रोथ सेंटर के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट (डब्ल्यूटीपी) पर 390 किलोवाट तथा नगर निगम कार्यालय की छत 120 किलोवाट के सोलर प्लांट लगेंगे। इन पर कुल 9.85 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। निगम के सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर संदीप गुप्ता कहते हैं कि संभवत आगामी दस-पंद्रह दिनों तक काम शुरू हो जाएगा। पेडा की ओर से देहरादून की मित्तल मशीनज कंपनी को यह टेंडर अलॉट कर दिया है। डेढ़ करोड़ रुपये की होगी बचत
नगर निगम हर साल बिजली के बिलों पर करीब 13 करोड़ रूपये का भुगतान करता है। लेकिन यह चारों सोलर प्लांटों के लगने से नगर निगम को प्रत्येक वर्ष करीब डेढ़ करोड़ रूपये की बचत होने लगेगी। एक सोलर प्लांट की लाइफ 25 साल मानी जाती है। इन 25 वर्षों में नगर निगम को 40 करोड़ रूपये की बचत होने का अनुमान है।