पानी और प्रेम के लिए जंग पर सवाल खड़े कर गया नाटक 'कथा'
सुधांशु फिरदौस का लिखा नाटक कथा का मंचन प्रवीण कुमार गूंजन के निर्देशन में किया गया।
जासं,बठिडा: स्थानीय बलवंत गार्गी ओपन एयर थियेटर में नाट्यम बठिडा की तरफ से नार्थ जोन कल्चरल सेंटर पटियाला के सहयोग से आयोजित 10वें राष्ट्रीय रंगमंच महोत्सव के 14वें दिन बिहार के बेगूसराय से पहुंचे फैक्ट आर्ट एंड कल्चरल सोसायटी की तरफ से सुधांशु फिरदौस का लिखा नाटक 'कथा' का मंचन प्रवीण कुमार गूंजन के निर्देशन में किया गया। नाट्यम के चेयरमैन डा. कशिश गुप्ता, प्रधान सुदर्शन गुप्ता और डायरेक्टर कीर्ति कृपाल ने बताया कि इस नाटक द्वारा पानी और प्यार की खातिर होने वाली जंग पर सवाल उठाते हुए आनर किलिग जैसे गंभीर मुद्दे पर दर्शकों का ध्यान खींचा गया।
नाटक में कलाकारों ने दिखाया कि प्रेम और पानी मनुष्य के लिए दिन-ब-दिन असंभव होते जा रहे हैं। नाटक में पानी के संघर्ष को प्रेम के माध्यम से वर्ग संघर्ष में तब्दील कर निर्देशक ने कुश्ती के डिजाइन का बहुत सुंदर उपयोग किया है। कथा धीरे-धीरे पौराणिक कथिकों के माध्यम से बढ़ती है। काथिक सृष्टि की शुरुआत से वर्तमान की यात्रा, कथा के एक सूत्र को दूसरी कथा के किसी सूत्र में उलझा कर पलक झपकते ही तय कर लेते हैं। नाटक में एक साथ क्लासिकल और समसामायिक का फ्यूजन ऐसा है कि अनेक कथाएं एक ही साथ समय रेखा पर कई स्तरों पर चलती रहती है। यह नाटक जल समस्या, प्रकृति से मनुष्य के विलगाव, उसके अकेलेपन, अस्तित्व के प्रश्न, आनर किलिग, जाति, मिथ्या प्रपंच, क्रूरता आदि के साथ बहुत ही तीव्रता से जूझता है।
नाटक मेले की 14वीं शाम का आगाज सिल्वर ओक्स ग्रुप आफ स्कूल के चेयरमैन इंद्रजीत सिंह बराड़ और डा.वितुल कुमार गुप्ता ने किया। इंद्रजीत बराड़ की तरफ से कला और रंग-मंच को प्रोत्साहित करने के लिए नाट्यम की तरफ से किए जा रहे प्रायसों की प्रशंसा की गई। यहां एनजेडसीसी से प्रोग्राम अफसर रविदर शर्मा, मंच संचालक संजीव शाद, बलकरन बल, डा.पूजा गुप्ता, नवी सरां विशेष तौर पर हाजिर थे।