लोगों को अच्छी व सस्ती सेहत सुविधाएं देने के लिए शुरू हो योजना
18 फरवरी को पंजाब सरकार की तरफ से पेश किए जाने वाले अपने दूसरे बजट से बड़ी राहत मिलने की उम्मीदें आम पब्लिक लगाकर बैठी है, वहीं मेडिकल क्षेत्र से जुड़े लोग भी बेहतरीन सेहत सेवाएं मुहैया करवाने के लिए विशेष पैकेज घोषित होने की उम्मीद लगा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, ब¨ठडा : 18 फरवरी को पंजाब सरकार की तरफ से पेश किए जाने वाले अपने दूसरे बजट से बड़ी राहत मिलने की उम्मीदें आम पब्लिक लगाकर बैठी है, वहीं मेडिकल क्षेत्र से जुड़े लोग भी बेहतरीन सेहत सेवाएं मुहैया करवाने के लिए विशेष पैकेज घोषित होने की उम्मीद लगा रहे हैं। पंजाब सरकार तंदरूस्त मिशन पंजाब के तहत प्रदेश के लोगों को अच्छी व सस्ती सेहत सुविधाएं देने के लिए नई योजनाएं शुरू करने व पुरानी स्कीमों के लिए फंड मुहैया करवाने की उम्मीद जता रहे हैं।
इसके साथ ही सरकारी अस्पतालों में स्टाफ व डाक्टरों की कमी को दूर करने के लिए नई भर्ती करने की उम्मीद सरकार से जताई जा रही है। सरकारी अस्पतालों में भले ही स्वास्थ्य सेवाएं मुफ्त हैं, लेकिन आर्थिक मंदी से गुजर रही सरकार के पास सुविधाओं का अभाव है। यही कारण है कि लोग सरकारी अस्पतालों में जाने से कतराते हैं। ऐसे में लोगों का कहना है कि राज्य सरकार को तंदरुस्त पंजाब के तहत बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाने के लिए विशेष पैकेज तैयार करना होगा। इससे डॉक्टरों को सस्ता कर्ज, सस्ती चिकित्सा शिक्षा से सस्ते इलाज की राह खुलेगी। वहीं अस्पतालों, डाक्टरों की सुरक्षा के लिए विशेष योजना या प्ला¨नग की घोषणा करने की मांग डाक्टरों द्वारा की जा रही है। सरकार दवाओं के रेट फिक्स करे : डॉ. विकास छाबड़ा
आईएमए ब¨ठडा के प्रधान डॉ. विकास छाबड़ा का कहना है कि सरकार लोगों को सस्ता इलाज देना चाहती है, इसके लिए सरकार को दवाओं को रेट फिक्स करने चाहिए। ऐसे नहीं होना चाहिए कि एक बीमारी की दवा कहीं पर 10 रुपये तो दूसरी जगह पर 50 रुपये की हो। हर साल सैकड़ों की तादाद में पासआउट होने वाले विद्यार्थी नौकरी न मिलने की वजह से परेशानियां झेल रहे हैं। सरकार को इन्हें नौकरी देने के अलावा निजी प्रैक्टिस शुरू करने के लिए आर्थिक मदद देने का भी प्रावधान रखे। मेडिकल कॉलेजों की हालत में सुधार करे सरकार : डॉ. जीएस नागपाल
नागपाल अस्पताल के डॉ. जीएस नागपाल का कहना है कि सरकारी मेडिकल कालेजों की स्थिति काफी दयनीय है। वहीं मेडिकल शिक्षा पिछले तीन साल से महंगी हो रही है। राज्य सरकार को मेडिकल कॉलेजों की हालत में सुधार करने के लिए बजट में प्रावधान करना चाहिए। सरकारी व गैर सरकारी मेडिकल कॉलेजों में पीजी की सीटों का इजाफा होना चाहिए, ताकि बच्चों को दूसरे राज्यों में भटकना न पड़े। पंजाब सरकार अपने बजट में सेहत सुविधाओं के लिए बजट का इजाफा करे, ताकि हर वर्ग के व्यक्ति तक पंजाब सरकार की सेहत सुविधाएं पहुंच सकें। पंजाब सरकार ने भले सरकारी अस्पतालों में दवाइयां फ्री कर दी हैं, लेकिन फिर भी उनका काफी हद तक लाभ लोगों को नहीं मिल रहा है। इसलिए लोगों को इसका फायदा अधिक से अधिक मिलना चाहिए। मेडिकल क्षेत्र से जुड़े सामान पर कस्टम ड्यूटी कम हो : डॉ. राजेश जिंदल
¨जदल हार्ट अस्पताल के डॉ. राजेश ¨जदल का कहना है कि पंजाब सरकार को मेडिकल क्षेत्र से जुड़े सामान व मशीनरी पर कस्टम ड्यूटी कम करनी चाहिए। विदेश से आने वाली मशीनरी पर कस्टम ड्यूटी अधिक होने के कारण डाक्टरों को उक्त सुविधा महंगी करनी पड़ती है, जिसका असर इलाज करवाने वाले मरीजों पर भी पड़ता है। ऐसे में लोगों को प्राइवेट अस्पतालों में सस्ती सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए डाक्टरों को सस्ते दामों में मेडिकल मशीनरी उपलब्ध करवानी चाहिए। मरीजों को मंहगी दवाइयों की काफी मार झेलनी पड़ती है। दवाइयों को टैक्स मुक्त बनाना चाहिए।
अस्पतालों को इंडस्ट्री की कैटेगरी में लाना चाहिए : डॉ. वितुल गुप्ता
डॉ. वितुल गुप्ता का कहना है कि अस्पतालों को इंडस्ट्री की कैटेगरी में लाना चाहिए। इससे डॉक्टरों को बैंकों से सस्ते कर्ज के साथ सब्सिडी भी मिलेगी। ऐसे में इलाज भी सस्ता होगा। पंजाब में दवा इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए बजट में विशेष प्रावधान करना चाहिए। मरीजों को बेहतरीन सेवाएं मुहैया करवाने के लिए स्वास्थ्य बीमा की सुविधा मिलने की संभावनाएं है। वहीं प्राइवेट अस्पताल बनाने के लिए सरकार सस्ते रेटों पर सबसिडी पर जमीन उपलब्ध करवाए।