गांव रामा में कपास की फसल पर सुंडी का हमला
गत वर्ष कपास की फसल पर हुए गुलाबी सुंडी से परेशान किसानों की चिंता फिर बढ़ने लगी है।
साहिल गर्ग, बठिडा
गत वर्ष कपास की फसल पर हुए गुलाबी सुंडी से परेशान किसानों की चिंता फिर बढ़ने लगी है। जिले के गांव रामा में कपास पर फिर से सुंडी ने हमला कर दिया है। किसानों के मुताबिक गुलाबी सुंडी ने कपास की फसल को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है कि यह गुलाबी सुंडी है या कोई और। वहीं सबसे ज्यादा असर मूंग की फसल के पास बीजी गई कपास की फसल पर देखा गया है, जिससे किसानों की चिंता और बढ़ गई है। खेत में सुंडी कपास के छोटे-छोटे पौधों की पत्तियों को लगातार खा रही है।
गांव रामा के किसान बसंत सिंह ने बताया कि उन्होंने करीब डेढ़ एकड़ में कपास की बिजाई की है। साथ ही कुछ क्षेत्र में मूंग भी बीजी है। पहले मूंग की फसल पर सुंडी का हमला हुआ था, अब कपास की फसल पर भी सुंडी का हमला हो गया है। सुंडी को नियंत्रित करने के लिए उन्होंने पर मूंग की फसल पर कीटनाशकों का छिड़काव किया था, लेकिन अब कपास की फसल पर भी छिड़काव किया जा रहा है। वहीं किसान सरूप सिंह सिद्धू ने कहा कि मूंग की फसल के आसपास कपास की फसल पर सुंडी ज्यादा हमला कर रही है। हालांकि यह नहीं कहा जा सकता कि हमला गुलाबी सुंडी ने किया या किसी अन्य सुंडी ने। इसके बारे में कृषि विभाग की जांच से ही पता चलेगा, लेकिन सुंडी लगातार कपास की फसल के पत्ते खा रही है।
उधर, मुख्य कृषि अधिकारी डा. पाखर सिंह ने कहा कि उन्होने रामा मंडी क्षेत्र में एक टीम को खेतों में जांच के लिए भेजा था। हालांकि अभी यह नहीं कहा जा सकता कि कपास की फसल पर हमला करने वाली यह गुलाबी सुंडी है या कोई और। इसकी जांच की जा रही है। बीत साल मालवा क्षेत्र में बर्बाद हो गई थी कपास की पूरी फसल
बीते साल गुलाबी सुंडी के हमले से मालवा क्षेत्र में कपास की पूरी फसल बर्बाद हो गई थी। इससे पहले 2015-16 में सफेद मक्खी ने कपास की फसल को तबाह कर दिया था। वहीं गुलाबी सुंडी से नष्ट हुई कपास की फसल का किसानों को अब तक पूरा मुआवजा नहीं मिल पाया है। किसान भयभीत.. चार लाख के बजाय सिर्फ 2.50 लाख हेक्टेयर में बीजी कपास
गुलाबी सुंडी के प्रकोप से भयभीत किसानों ने इस बार कपास की बुआई से हाथ पीछे खींच लिए हैं। कृषि विभाग के डायरेक्टर गुरविदर सिंह के अनुसार प्रदेश में अब तक 2.51 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में ही कपास की बुआई हुई है, जबकि इस वर्ष विभाग का लक्ष्य चार लाख हेक्टेयर है। बीते साल राज्य में 3.03 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में कपास की बुआई की गई थी। इस वर्ष कृषि विभाग लगभग 1.5 लाख हेक्टेयर के अपने लक्ष्य से पिछड़ रहा है। बठिडा जिले में अब तक 53 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में कपास की बुआई हो चुकी है। इसी तरह मानसा जिले में पिछले साल 51 हजार हेक्टेयर में कपास की बुआई हुई थी, जबकि इस बार अब तक 41 हजार हेक्टेयर में कपास की बुआई हो चुकी है। सीमा से लगते हरियाणा के गांव तिरलोकेवाला में गुलाबी सुंडी का हमला पंजाब की सीमा से लगते हरियाणा के तिरलोकवाला गांव में गुलाबी सुंडी ने कपास की फसल पर हमला कर दिया है। किसान कुलदीप सिंह ने बताया कि सरसों की फसल के बाद कपास की बुआई की गई थी। डेढ़ महीना हो गया है, लेकिन इसमें गुलाबी सुंडी का प्रकोप बहुत अधिक हो रहा है। सुंडी फूल से निकल रही थी। किसान ने फूल से सुंडी निकलने का वीडियो भी भेजा है। सुंडी के हमले के बाद से पंजाब के साथ-साथ हरियाणा के किसान चितित दिख रहे हैं।