टीबी अस्पताल में दो घंटे डॉक्टर नहीं होने से मरीज परेशान
डॉक्टरों की कमी के कारण सिविल अस्पताल में मरीजों को हर रोज किसी न किसी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
संस, बठिडा : डॉक्टरों की कमी के कारण सिविल अस्पताल में मरीजों को हर रोज किसी न किसी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बुधवार को भी सरकारी टीबी अस्पताल की ओपीडी में दो घंटे तक डॉक्टर न होने से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। टीबी एक ऐसी संक्रामक बीमारी है, जिसके इलाज के लिए दवाओं की जितनी जरूरत होती है, उतनी ही जरूरत मरीज को दी जाने वाली सुविधाओं की होती है। लेकिन बुधवार को टीबी अस्पताल में सुबह 11 से लेकर दोपहर एक बजे तक डॉक्टर के नहीं होने से मरीज परेशान होते रहे। टीबी अस्पताल में रोजाना ओपीडी 80 के करीब है, परंतु जिला टीबी अस्पताल में वर्तमान समय में मात्र एक माहिर डॉक्टर रोजी अग्रवाल ही मरीजों का चेकअप करती हैं, परंतु बुधवार को डॉ रोजी अग्रवाल को सुबह 11 बजे डीसी बठिडा की मीटिग में जाना पड़ा, जिस कारण मरीजों को यह परेशानी हुई। परंतु एक बजे के बाद मीटिग के समाप्त होते ही वह ओपीडी में पहुंची और मरीजों की जांच की। जिसके बाद मरीजों ने राहत की सांस ली।
मीटिंग की वजह से दो घंटे हुई ओपीडी में देरी
वहीं, डॉक्टर रोजी अग्रवाल ने बताया कि वह सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे तक डीसी की मीटिग में गई थीं, परंतु मीटिग के समाप्त होने के बाद उन्होंने दोबारा ओपीडी में आकर शाम 3:30 बजे तक मरीजों की जांच की।