बंबीहा ग्रुप का एक सदस्य गिरफ्तार, चार की गिरफ्तारी होनी बाकी
सीआइए स्टाफ वन ने बंबीहा ग्रुप के एक सदस्य को गिरफ्तार किया ह
जासं, बठिडा : सीआइए स्टाफ वन ने बंबीहा ग्रुप के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है, जबकि उसी ग्रुप के चार सदस्यों को नामजद कर उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है। पुलिस को सूचना मिली थी कि बंबीहा ग्रुप के कुछ सदस्य बठिडा जिले में वारदात को अंजाम देने की तैयारी कर रहे थे। फिलहाल पकड़े गए आरोपित को अदालत में पेश करने के बाद उसका पुलिस रिमांड हासिल किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपितों को विदेश से फंडिंग की जा रही है, जिसमें लूटपाट से लेकर विभिन्न वारदातों को अंजाम देने के लिए इनका इस्तेमाल किया जा रहा है।
स्पेशल स्टाफ के सब इंस्पेक्टर गुरदीप सिंह ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि आरोपित जगदीप सिंह निवासी मलके जिला मोगा, बेअंत सिंह निवासी माडी मुस्तफा, जिला मोगा, राजविदर सिंह निवासी खिड़कीयावाला श्री मुक्तसर, धरमिदर सिंह निवासी गोनियाना, जिला बठिडा व सुक्खा सिंह निवासी दुनेके जिला मोगा दविदर सिंह बबीहा गैंगस्टर ग्रुप के साथ जुड़े हुए हैं। सूचना के मुताबिक उनके पास अवैध असलहा भी है, जोकि कई आपराधिक वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। आरोपित सुक्खा सिंह विदेश रहता है, जोकि आपराधिक वारदातों को अंजाम देने के लिए फंड देकर उनकी मदद करता है। पुलिस ने सभी आरोपितों के खिलाफ थाना थर्मल में केस दर्ज कर आरोपित जगदीप सिंह को आदर्श नगर से गिरफ्तार किया।
गौर हो कि बंबीहा ग्रुप का सरगना दविदर बंबीहा था, जिसे बठिडा पुलिस ने नौ सितंबर, 2016 को एक एनकाउंटर में मार गिराया था। पंजाब पुलिस ने इसके बाद इस गैंग के कई सदस्यों को हथियारों सहित गिरफ्तार किया है। गैंग का नया सरगना सुखप्रीत सिंह बुड्ढा बना व सुखप्रीत बुड्ढा ने 17 जून, 2018 को बठिडा के एक व्यवसायी को इसलिए मौत के घाट उतार दिया था, क्योंकि उसे शक था कि उसने पुलिस को दविदर बंबीहा के बारे में जानकारी दी थी और बाद में पुलिस ने उसका एनकाउंटर कर दिया।
पुलिस ने सुखप्रीत बुड्ढा को भगोड़ा घोषित किया। बंबीहा गैंग के सदस्यों के खिलाफ पंजाब, हरियाणा और दूसरे कई राज्यों में 40 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं जिनमें फिरौती, हत्या, डकैती, लूटपाट और आर्म्स एक्ट से जुड़े अपराध शामिल हैं। इसी कड़ी में सुक्खा सिंह जो विदेश में रहता है, ने गैंग को आर्थिक तौर पर सहयोग देने के साथ हथियारों की सप्लाई करने व सुपारी लेकर लोगों की हत्या करने से कार्यों में सहयोग देना शुरू कर दिया। इसमें बठिडा व आसपास के इलाकों में बैंक डकैती, हत्या व जमीन पर कब्जा करने जैसी कई वारदातों में इस गैंग का हाथ रहा। फिलहाल गैरकानूनी हथियारों की खरीद करने के लिए विदेशों से फंडिंग की जा रही है।