Move to Jagran APP

अब कैंसर मरीज ले सकेंगे आयुष्मान योजना का लाभ

आयुष्मान भारत सरबत सेहत बीमा योजना का लाभ अब कैंसर मरीज भी ले सकेंगे।

By JagranEdited By: Published: Sun, 08 Dec 2019 05:46 PM (IST)Updated: Mon, 09 Dec 2019 06:10 AM (IST)
अब कैंसर मरीज ले सकेंगे आयुष्मान योजना का लाभ
अब कैंसर मरीज ले सकेंगे आयुष्मान योजना का लाभ

नितिन सिगला, बठिडा : लोगों को पांच लाख तक की सेहत सुविधाओं का लाभ देने के लिए शुरू की गई आयुष्मान भारत सरबत सेहत बीमा योजना का लाभ अब कैंसर मरीज भी ले सकेंगे। सरकार ने प्रदेश के सभी कैंसर स्पेशलिस्ट अस्पताल को भी इस योजना में शामिल करते हुए उन्हें इलाज करने के लिए कहा गया है। हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर डिपार्टमेंट प्रिसिपल सेक्रेटरी ने प्रदेश के सभी सिविल सर्जनों को आदेश जारी करते हुए कहा है कि जो अस्पताल मुख्यमंत्री पंजाब कैंसर राहत कोष योजना के अंतर्गत मरीजों का इलाज कर रहे थे, वे आयुष्मान भारत के अधीन आने वाले कैंसर के मरीजों का इलाज भी करेंगे। इसके साथ ही अस्पताल मुख्यमंत्री कैंसर राहत कोष स्कीम के अंतर्गत शामिल थे, वे आयुष्मान योजना को भी शामिल करें। इसके लिए सिविल सर्जन और जिला डिप्टी मेडिकल कमिश्नर दफ्तर की तरफ से काम शुरू कर दिया गया है। इस समय जिले के 40 से अधिक प्राइवेट अस्पताल इस स्कीम में शामिल हैं, जिनमें से एक अस्पताल में ही कैंसर का इलाज हो रहा है।

loksabha election banner

पंजाब सरकार मुख्यमंत्री पंजाब कैंसर राहत कोष योजना के तौर पर सालाना 1.5 लाख का कैंसर के मरीज को लाभ दे रही है, जबकि आयुष्मान योजना के तहत किसी भी बीमारी के इलाज के लिए सालाना पांच लाख तक लाभ दिया जा रहा है, लेकिन अब स्टेट अथॉरिटी ने कैंसर राहत कोष के मरीजों को आयुष्मान योजना के अधीन शामिल करने का फैसला लिया है, ताकि मरीज एक समय पर दोनों स्कीमों का लाभ न ले सकें। इसी कारण अब कैंसर का इलाज करने वाले सभी अस्पतालों को आयुष्मान के अधीन जोड़ा जा रहा है। अब इस नए नियम के चलते कैंसर मरीज एक ही योजना का लाभ ले सकता है। इसके तहत स्टेट हेल्थ अथॉरिटी (एसएचए) आयुष्मान योजना में बदलाव करने जा रही है। इस योजना के अधीन जितने भी सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल जुड़े हुए हैं, उन्हें अब योजना के अधीन आती हर बीमारी का इलाज करना होगा। पहले योजना के अधीन आने वाले सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल अपनी मर्जी के मुताबिक ही बीमारियों का चयन करते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल योजना के अधीन पहले से शामिल हैं, उन्हें इस नए नियमों का पालन करना होगा। इसके अलावा आयुष्मान योजना के अधीन आते सरकारी अस्पतालों के मुकाबले प्राइवेट अस्पतालों की तरफ से ज्यादा बिल बनाकर इंश्योरेंस कंपनी को भेजने की इंस्पेक्शन शुरू कर दी गई है।

जिले के 13 सरकारी और 40 प्राइवेट अस्पताल में मिलेगा आयुष्मान योजना का लाभ

आयुष्मान योजना के तहत बठिडा जिले के 2 लाख 30 हजार 234 परिवारों को इस स्कीम के तहत शामिल किया गया है। इसमें एसईसीसी के तहत 74063 परिवार, 105755 नीला कार्ड धारक परिवार, 6499 कंस्ट्रक्शनल वर्कर, 40745 किसान परिवार और 3172 छोटे व्यापारियों को शामिल किया है। स्कीम के तहत ई-कार्ड व गोल्डन कार्ड बनाने के लिए शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में 122 कॉमन सर्विस सेंटर भी स्थापित किए गए हैं। जहां से लोग अपना कार्ड बनवा सकते हैं। सरकारी अस्पताल में कार्ड मुफ्त बनेंगे, लेकिन जिलेभर में स्थित 122 कॉमन सर्विस सेंटर में 30 रुपये देकर कार्ड बनवाया जा सकता है। परिवार में हर सदस्य का अलग गोल्डन कार्ड बनेगा। मगर इस स्कीम के तहत रजिस्टर हुए परिवार को एक साल में 5 लाख तक की कैशलेस मेडिकल सुविधा मिल सकेगी। अस्पताल में स्पेशलिटी के मुताबिक इलाज हो सकेगा। मल्टी स्पेशलिटी में हर तरह की बीमारी का इलाज हो सकेगा। स्कीम के तहत शामिल किए गए परिवारों में आपका नाम है या नहीं इसके बारे में विभाग की बेवसाइट पर जानकारी हासिल की जा सकती है। स्टेट हेल्थ एजेंसी की ओर से टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 104 भी जारी किया गया है। कॉमन सर्विस सेंटर, सरकारी अस्पताल और अप्रूव्ड प्राइवेट में बैठे आरोग्य मित्र से जानकारी ले सकते हैं। इस स्कीम में जिलेभर के 13 सरकारी और 40 प्राइवेट अस्पताल शामिल हो चुके है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.