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पराली को जलाने से रोकने के लिए प्रत्येक गांव में नियुक्त होंगे नोडल अधिकारी

धान की कटाई में बेशक अभी समय पड़ा है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 05 Sep 2020 10:10 PM (IST)Updated: Sun, 06 Sep 2020 06:12 AM (IST)
पराली को जलाने से रोकने के लिए प्रत्येक गांव में नियुक्त होंगे नोडल अधिकारी
पराली को जलाने से रोकने के लिए प्रत्येक गांव में नियुक्त होंगे नोडल अधिकारी

सुभाष चंद्र, बठिडा : धान की कटाई में बेशक अभी समय पड़ा है, लेकिन इसकी पराली को आग से बचाने के लिए जहां खेतीबाड़ी विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं, वहीं बड़ी संख्या में किसानों ने भी पराली प्रबंधन को सब्सिडी पर मशीनों के लिए आवेदन किए हैं। बठिडा जिले में बेशक वर्ष 2019 में 5802 स्थानों पर किसानों ने पराली को आग के हवाले किया था, परंतु चालान मात्र 1983 किसानों के ही काटे गए थे। जिनसे कुल 54.49 लाख रूपये जुर्माना वसूल किया था। जबकि इसके मुकाबले वर्ष 2018 में मात्र 525 चालान ही काटे गए थे, जिनसे कुल 14.37 लाख रूपये जुर्मान वसूल किया था। इस बार खेतीबाड़ी विभाग जहां अवशेषों को आग से बचाने के लिए प्रत्येक गांव में नोडल अधिकारी नियुक्त करने जा रहा है, वहीं बड़ी गिनती में किसानों को पराली प्रबंधन के लिए सब्सिडी पर विभिन्न मशीनें भी उपलब्ध कराने जा रहा है। खेतीबाड़ी विभाग नोडल अधिकारियों की लिस्टें तैयार करने में जुटा है। जिले के मुख्य खेतीबाड़ी अधिकारी डॉ. बहादर सिंह सिद्धू बताते हैं कि इस सप्ताह के अंदर ही सभी नोडल अधिकारियों की नियुक्तियां कर दी है। जिले के जितने भी गांव सभी गांवों के नोडल अधिकारी नियुक्त होंगे। पिछले साल 1.50 लाख के मुकाबले

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इस बार एक लाख हेक्टेयर में बुआई बीते वर्ष जिले में 1.50 लाख हेक्टेयर रकबे में धान की बुआई हुई थी। जबकि धान की कटाई होने पर 5802 स्थानों पर पराली को आग लगाने की घटनाएं हुई थीं। जबकि घटनाओं के मुकाबले में कार्रवाई मात्र 1983 किसानों पर ही हुई थी। पिछले साल पराली प्रबंधन के लिए मशीनों में किसानों ने कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखाई थी। बेशक खेतीबाड़ी विभाग की तरफ से किसानों को सब्सिडी पर मशीनें उपलब्ध कराने को कहा था, लेकिन इसके बावजूद मात्र 551 किसानों ने ही इन मशीनों के लिए आवेदन किया था। इन सभी किसानों को ही सब्सिडी जारी कर दी गई थी। इस बार 3134 किसानों ने मशीनों के लिए किया आवेदन पिछले साल के मुकाबले में इस बार जिले में 1 लाख हेक्टेयर रकबे में धान की बुआई है। इस बार बड़ी संख्या में किसानों ने भी सब्सिडी पर मशीनें खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है। बीती 27 अगस्त को समाप्त हुई आखिरी तिथि तक मशीनें लेने के लिए 3134 आवेदन पहुंचे हैं। जिसमें व्यक्तिगत के अलावा ग्रुपों, सोसाटियों तथ पंचायतों ने भी मशीनों की मांग की है। इसमें कुल 7081 औजारों की मांग की गई है। कृषि विभाग इतने आवेदनों से काफी उत्साहित है।

वर्ष 2019 में धान का रकबा : 1.50 लाख हेक्टेयर

वर्ष 2020 में धान का कुल रकबा : एक लाख हेक्टेयर वर्ष 2019 में पराली जलाने की कुल घटनाएं : 5802

घटनाओं के मुकाबले में काटे गए कुल चालान :1983 कुल जुर्माना वसूल किया गया: 54.49 लाख रुपये

वर्ष 2019 में सब्सिडी पर दी गई कुल मशीनें: 551

वर्ष 2020 में मशीनों के लिए पहुंचे आवेदन : 3134


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