अब वेतन के लिए एनएचएम कर्मियों ने शुरू की हड़ताल
नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) कर्मचारियों ने अपना संघर्ष खत्म नहीं किया है।
जासं,बठिडा: पिछले डेढ़ माह से पक्का करने की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) कर्मचारियों ने अपना संघर्ष खत्म नहीं किया है। बेशक राज्य में चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद एनएचएम कर्मचारियों ने सिविल सर्जन दफ्तर के बाहर पिछले डेढ़ माह से शुरू की गई अनिश्चितकालीन हड़ताल को खत्म कर सोमवार से वापस अपनी ड्यूटियां ज्वाइन कर ली हैं, लेकिन सेहत विभाग की तरफ से दिसंबर माह का वेतन जारी नहीं किए जाने के विरोध में एनएचएम कर्मचारियों ने सोमवार से फिर कलम छोड़ हड़ताल शुरू कर दी है। इसके तहत उन्होंने कोई काम नहीं किया। बठिडा जिले के सभी एनएचएम कर्मचारियों ने पहले सेहत विभाग के उच्चाधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और बाद में अपने दफ्तरों में बैठकर कोई काम नहीं किया। यूनियन नेता नरिदर कुमार ने कहा कि जब तक सेहत विभाग दिसंबर माह का वेतन जारी नहीं कर देता, उनकी कलम छोड़ हड़ताल जारी रहेगी। सभी कर्मचारी ड्यूटी पर आएंगे, लेकिन कोई काम नहीं करेंगे। ठेका मुलाजिम बोले, आचार संहिता के बाद भी जारी रखेंगे संघर्ष पंजाब सरकार के टाल-मटोल नीति से परेशान होकर ठेका मुलाजिमों की ओर से भाई घन्हैया चौक में पंजाब सरकार के खिलाफ मटका तोड़ प्रदर्शन किया गया।
इस दौरान कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि पंजाब सरकार शुरू से ही उनकी मांगों को पूरा करने के बजाय समय निकाल कर चुनाव आचार संहिता लगने का इंतजार कर रही थी। जो अब लग चुका है, जिस कारण उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जा सकता। ऐसे में अब वह सरकार का बायकाट करेंगे। इस दौरान गुरविदर पन्नू, संदीप खान, हरजिदर बराड़ ने बताया कि सरकार के साथ बार-बार मीटिगें होने के बाद भी उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया। बेशक अब चुनाव आचार संहिता लग चुकी है, लेकिन वे अपने संघर्ष को जारी रखेंगे। उन्होंने ऐलान किया कि अगर अब कोई भी वोट मांगने के लिए आया तो नेता का विरोध कर उनसे सवाल किए जाएंगे। इस मौके पर इकबाल पूहला, कर्मजीत दिओन, तरसेम सिंह, गुरदित्त दिओन आदि उपस्थित थे।