एनजीटी की औचक निरीक्षण, कचरा प्लांट की चारदिवारी करने के निर्देश
शहर के सफाई एवं कचरा निस्तारण का भी जायजा लिया।
सुभाष चंद्र, बठिडा : नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के चेयरमैन जस्टिस जसबीर सिंह की अगुआई में सदस्य बाबू राम व एससी अग्रवाल ने वीरवार को शहर का औचक दौरा करके जहां सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट (कचरा प्लांट), शराब की डिस्टिलरियों, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और आदेश यूनिवर्सिटी के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का अचानक निरीक्षण किया। साथ ही शहर के सफाई एवं कचरा निस्तारण का भी जायजा लिया। इसी तरह डबवाली रोड पर स्थित गणपति एंक्लेव और शीश महल कॉलोनी के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का भी निरीक्षण किया है और पानी के सैंपल लिए। टीम ने डीसी सहित अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर कड़े निर्देश भी दिए। कचरा प्लांट के चारों और पौधारोपण करने को कहा टीम ने गांव मछाना स्थित शराब डिस्टलरियों के सैंपल भरे। कचरा प्लांट के निरीक्षण के दौरान प्लांट की चारदिवारी करने, प्लांट में तैयार की गई खाद की बिक्री करने, प्लांट के चारों ओर ग्रीन बेल्ट विकसित करने और बाहर बिलकुल भी बदबू न आए इसके लिए पर्याप्त यंत्र लगाकर निरंतर स्प्रे करने के कड़े आदेश दिए। उन्होंने कचरा प्रोसेसिग का भी निरीक्षण किया और प्लांट को सही तरीके से चलाने के कड़े निर्देश दिए। गौरतलब है कि प्लांट से जहां बदबू आती रहती है, वहीं चारदिवारी न होने के कारण दूर से कचरे के ढेर दिखाई पड़ते हैं। उन्होंने कचरा प्लांट के बिलकुल साथ सटे हुए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के सैंपल भी भरे और इसे भी सही तरीके से चलाने के निगम अधिकारियों को आदेश किए। टीम ने भुच्चो मंडी स्थित आदेश यूनिवर्सिटी का भी दौरा किया। जहां उन्होंने यूनिवर्सिटी के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को चेक किया और सैंपल लिए। एनजीटी के सदस्य बाबू राम ने दैनिक जागरण से बातचीत करते हुए कहा कि सैंपलों को जांच के लिए भेजा गया है। उसकी रिपोर्ट के आधार पर अगले कदम उठाए जाएंगे। शहर में सफाई और कचरे की सेग्रीगेशन में काफी कमियां हैं। जिसे दूर करने की आवश्यकता है। लोगों को भी इस मामले में जागरूक करने की जरूरत है। इसे लेकर जिला प्रशासन और निगम अधिकारियों को कड़े आदेश जारी किए हैं। बैठक में जिला अधिकारियों
को दिए निर्देश
डीसी सहित अन्य अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के जस्टिस एवं एनजीटी के चेयरमैन जसबीर सिंह ने शहर के अंदर प्लास्टिक के मुकम्मल खात्मे के लिए किए जा रहे कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी करते हुए कहा कि कोई भी दुकानदार या शहर वासी प्लास्टिक का इस्तेमाल करता हुआ पाया जाता है तो उसके खिलाफ तुरंत बनती कार्रवाई अमल में लाई जाए। उन्होंने कचरे की संभाल के लिए चल रहे कूड़ा डंपों तथा प्लास्टिक के खात्मे के लिए किए जा रहे प्रबंधों का जायजा लेते हुए कहा कि इस मामले में किसी भी तरह की ढील नहीं बरती जानी चाहिए। उन्होंने शहर को प्लास्टिक मुक्त करने के लिए चालान और जुर्माने के बारे में भी अधिकारियों से जानकारी हासिल की। इस दौरान नगर निगम के कमिश्नर बिक्रमजीत शेरगिल ने कूड़े करकट की शाम संभाल के लिए किए जा रहे कार्यों की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इसके लिए मानसा रोड पर कूड़ा डंप बनाया गया है। शहर के सभी 50 वार्डों से निकलने वाला पूरा कूड़ा हर रोज विभिन्न वाहनों से कचरा डंप पर पहुंचाया जा रहा है। नगर निगम की ओर से गठित की गई टीमें रोजाना घर घर जाकर शहर के वार्डों में गीला और सूखा कचरा इकट्ठा कर रहे हैं तथा लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं। शहर को प्लास्टिक मुक्त करने के उद्देश्य से अब तक 269 चालान करके 117500 जुर्माना भी वसूल किया जा चुका है। बैठक में डीसी बी श्रीनिवासन, एसएसपी नानक सिंह, सिविल सर्जन अमरीक सिंह संधू, एडीसी सुखप्रीत सिंह सिद्धू, पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के इंजीनियर हरविदर सिंह, डीडीपीओ हरजिदर सिंह आदि भी मौजूद थे।