2100 एसोसिएटड स्कूलों का अस्तित्व बरकरार रखे सरकार
पंजाब प्राइवेट स्कूल्स ऑर्गेनाइजेशन व प्राइवेट स्कूल्स एसोसिएशन की ओर से प्रेस क्लब में अलग-अलग प्रेस कांफ्रेंस कर 2100 एसोसिएटड स्कूलों के अस्तित्व को बरकरार रखने की अपील की।
संस, ब¨ठडा : पंजाब प्राइवेट स्कूल्स ऑर्गेनाइजेशन व प्राइवेट स्कूल्स एसोसिएशन की ओर से प्रेस क्लब में अलग-अलग प्रेस कांफ्रेंस कर 2100 एसोसिएटड स्कूलों के अस्तित्व को बरकरार रखने की अपील की। पंजाब प्राइवेट स्कूल्स के महासचिव तेजपाल ¨सह ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि पंजाब में कम खर्चे पर निजी स्कूलों में कम एसोसिएटड स्कूलों में पहली अप्रैल 2019 से पंजाब सरकार के हुक्मों अनुसार पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से नौंवीं से लेकर 12वीं तक के दाखिले पर पाबंदी लगाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब के मंत्री परिषद की ओर से कैबिनेट की सब कमेटी का गठन किया गया था। इसके तहत फरवरी 2018 में हुक्म जारी कर राज्य के 2100 एसोसिएटड स्कूलों को पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड नियमों अनुसार स्कूल एफिलिएशन की शर्तो पूरी करने, जिनमें जमीन की शर्ताे, सीएलयू, की नई शर्तों के अलावा एफिलिएशन की फीसें, सिक्योरिटी व वेतन आदि थे। इतने सख्त नियम होने के कारण एसोसिएटड स्कूल पूरी नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि 2100 एसोसिएटड स्कूलों में चार लाख के करीब बच्चे सस्ती शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। पीपीएसओ की ओर से मुख्यमंत्री, पंजाब शिक्षा मंत्री व पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन को अपील करते हुए मांग कि पंजाब सरकार 2100 एसोसिएटड स्कूलों का अस्तित्व को बरकरार र्करार रखे। इस दौरान हरबंस ¨सह बादशाहपुरा, देव राज पहुजा, प्रेमपाल मल्होत्रा, करनल ¨सह जांलधर, हर¨मदर ¨सह संधू, डॉ. जस¨वदर ¨सह, उमाकांत, संतोख ¨सह भी उपस्थित थे।
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इसके साथ ही प्राइवेट एसोसिएटड स्कूल्स एसोसिएशन की ओर से प्रेंस कान्फ्रेंस की गई। एसोसिएशन के चेयरमैन जगदीश ¨सह घई, शाम लाल, वीके ओपल व आरके वर्मा ने इस दौरान कहा कि 2100 एसोसिएटड स्कूल शिक्षा क्षेत्र मे अहम रोल अदा कर रहे हैं। इनमे पांच तकरीबन पांच लाख के करीब शिक्षायार्थी, 50 हाजार अध्यापक हैं। पिछले साल भी इन स्कूलों के नतीजे बहुत बढ़ीया आ रहे हैं। पंजाब स्कूल शिक्षा को एक करोड़ 26 लाख रुपए स्कूलों के नवीनीकरण की फीस के लिए जमा करवाए जाते हैं। इसके साथ ही दाखिलें के रूप में लाखों रुपए की राशि भी जमा होती हें। इसलिए शिक्षा प्रसार को मुख्य रखकर इन एसोसिएटड स्कूलों को पक्की मान्यता दी जाए ताकि हर साल नवीनीकर्ण से बच्चों को पक्के तौर पर सुविधा पैदा हो सके।