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निगम कर्मियों ने धरना देने के बाद निकाला सरकार के खिलाफ रोष मार्च

सेवानिवृत कर्मचारियों शनिवार को निगम कार्यालय के समक्ष धरना देने के बाद शहर में रोष मार्च किया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 15 Feb 2020 06:06 PM (IST)Updated: Sat, 15 Feb 2020 07:21 PM (IST)
निगम कर्मियों ने धरना देने के बाद निकाला सरकार के खिलाफ रोष मार्च
निगम कर्मियों ने धरना देने के बाद निकाला सरकार के खिलाफ रोष मार्च

जासं, बठिडा : नियमित रूप में प्रत्येक माह की एक तारीख देने पेंशन देने सहित अन्य मांगों को लेकर पंजाब म्यूनिसिपल व‌र्क्स यूनियन और पंजाब म्यूनिसिपल रिटायर्ड वर्कर यूनियन की अगुआई में कर्मचारियों और सेवानिवृत कर्मचारियों शनिवार को निगम कार्यालय के समक्ष धरना देने के बाद शहर में रोष मार्च किया। इस रोष मार्च और धरने के दौरान कर्मचारियों ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। धरने के उपरांत प्रदर्शनकारी विभिन्न बाजारों से रोष मार्च निकालते हुए वित्तमंत्री मनप्रीत बादल के स्थानीय कार्यालय के ओर बढ़े तो पुलिस कर्मचारियों ने उन्हें हनुमान चौक में ही रोक लिया। इस पर प्रदर्शनकारी चौक में ही धरना लगाकर बैठ गए। इससे चौक में जाम लग गया और राहगीरों का मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इस दौरान उन्होंने वित्तमंत्री खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की। आखिरकार वित्तमंत्री कार्यालय के कर्मचारी हनुमान चौक पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों का वहीं पर मांगपत्र हासिल कर लिया। जिसे वित्तमंत्री तक पहुंचाने का अश्वासन दिया।

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पंजाब म्यूनिसिपल व‌र्क्स यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष जनर राज मानसा और सेवानिवृत्त वर्कर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष जसपाल सिंह मानखेड़ा की अगुआई में धरने के दौरान नेताओं ने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से सेवानिवृत्त कर्मचारियों को कभी भी समय पर पेंशन नहीं मिल रही। कई बार दो-दो महीने पेंशन नहीं मिलती। नियमों के अनुसार पांच तारीख तक पेंशन जारी करना अनिवार्य है, लेकिन यहां सरकार अपनी मनमर्जी के अनुसार पेंशन जारी कर रही है। उन्होंने मांग की कि प्रत्येक एक तारीख को कर्मचारियों के बैंक खाते में पेंशन डालना यकीनी बनाया जाए। इसके अलावा डीए का बकाया जारी करने, छठे पे कमीशन की रिपोर्ट रिलीज करने, पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने, पहचान पत्र जारी करने, एलटीसी की रकम हर दो साल बाद खाते में डालने, आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को स्थायी करने, राज्य सरकार को जीएसटी की राशि शहर की आबादी के अनुसार भेजने, पेंडिग पीएफ जमा कराने, वेतन समय पर जारी करने, खाली पड़े पद भरने, कार्यसाधक अफसरों के पद स्थायी रूप में भरने, रिक्त पद पदोन्नतियों से भरने, क्लर्को को 20 साल बाद सीनियर सहायक का स्केल और 25 साल बाद सुपरिंटेंडेंट का स्केल देने, कर्मचारियों के सेवानिवृत्त होने पर उनका पूरा बकाया उन्हें जारी करने, इंस्पेक्टर और सुपरिटेंडेंट की वरिष्ठता सूची बनाने सहित अन्य मांगों को लागू करने की मांग भी की। साथ ही शीघ्र मांगें पूरी न होने पर कड़े संघर्ष की चेतावनी भी दी।

धरने को जनक राम मानसा, जसपाल सिंह मानखेड़ा, भोला सिंह, वीरभान, कैलाश चंद्र, रणजीत सिंह, सुरजन राम, जगदेव सिंह, जगन नाथ, राधा कृष्ण, गुरदर्शन सिंह मौजूद थे।


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