मैपीकॉन में डॉक्टरों ने किए अनुभव सांझे
एसोसिएशन आफ फिजिशियंज आफ इंडिया की मालवा जोन की कांफ्रेंस मैपीकॉन-2018 रविवार को संपन्न हो गई।
जागरण संवाददाता, ब¨ठडा :
एसोसिएशन आफ फिजिशियंज आफ इंडिया की मालवा जोन की कांफ्रेंस मैपीकॉन-2018 रविवार को संपन्न हो गई। कांफ्रेंस के अंतिम दिन पंजाब और अन्य राज्यों के डेलीगेट्स की उपस्थिति खूब रही। सभी ने मैपीकॉन के ऑर्गेनाइजर डॉ. वितुल गुप्ता को इस सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस की सफलता के लिए बधाई दी। कांफ्रेंस में विभिन्न रोगों के विशेषज्ञों ने विस्तार सहित संबंधित बीमारियों पर चर्चा की।
डॉ. सुनील गुप्ता ने महिलाओं में गर्भ के दौरान मधुमेह की समस्या के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि गर्भवती औरतों में हर सातवीं औरत मधुमेह का शिकार होती है। अगर पैदा होने पर बच्चे का भार 2.5 और 3.5 के बीच होता है, तो वे साधारण है। अगर बच्चे का वजन इससे कम और ज्यादा है तो उसके लिए सावधानी की जरूरत है। डॉ. ज¨तदर के मोटका ने ऑस्कर एडवर्ड स्वयंसेवी के रूप में अपना रोल बताया। इसमें उन्होंने हिमाचल प्रदेश पर केन्द्रित किया। वहां पर उन्होंने अलग-अलग स्थानों पे भिन्न-भिन्न शिक्षा-संस्थानों 32 कैम्प शिविर लगाए। इसमे समूह जागरूकता प्रोग्राम और समूह विचार-विमर्श प्रोग्राम शामिल थे। उन्होंने कहा कि डॉक्टर का काम मरी•ा को एक बेहतर •िान्दगी देना है। डॉ बिश्व मोहन व डॉ. पवन के सूरी ने मेडिकल के संसार मे दिल के दौरे की नई पहुंचो के बारे में बताया। दिल का दौरा पड़ने के कारण बजन का ज्यादा होना और गलत आदतें है। उन्होंने दिल के दौरे के खतरे भी बताए । उन्होंने लोगो को जीवनशैली को सुधारने और दिनचर्या को अच्छे से बनाए रखने की सलाह दी। डॉ. एच पी ¨सह ने कैस्ट्रोल संबंधी दिक्कतों से अवगत कराया।