ज्ञानी जैल सिंह कैंपस कालेज आफ इंजीनियरिग एंड टेक्नोलाजी ने जीती ओवरआल ट्राफी
ज्ञानी जैल सिंह कैंपस कालेज आफ इंजीनियरिग एंड टेक्नोलाजी ने पहला स्थान हासिल कर ओवरआल ट्राफी अपने नाम की।
संस,बठिडा: महाराजा रणजीत सिंह पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी में आयोजित मान वतनां दा अंतर कालेज मुकाबले में ज्ञानी जैल सिंह कैंपस कालेज आफ इंजीनियरिग एंड टेक्नोलाजी ने पहला स्थान हासिल कर ओवरआल ट्राफी अपने नाम की। बाबा फरीद कालेज आफ इंजीनियरिग एंड टेक्नालाजी ने दूसरा स्थान हासिल कर उपविजेता ट्राफी हासिल की। वहीं यंग स्कालर्स कालेज हंडिया (बरनाला) ने तीसरा स्थान हासिल किया। ज्ञानी जैल सिंह कैंपस कालेज की ओर से खेले गए नाटक आर्टिफिशियल इंटैलिजेंस की नायिका जेसमिन मान को बेस्ट एक्ट्रेस के अवार्ड से नवाजा गया। इस कार्यक्रम में बाबा फरीद स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डा.राज बहादुर मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे, जबकि अतिरिक्त निदेशक तकनीकी शिक्षा व औद्योगिक प्रशिक्षण डा. मोहनबीर सिंह सिद्धू व आल इंडिया रेडियो के स्टेशन निदेशक के राजीव अरोड़ा विशिष्ट अतिथि के तौर पहुंचे।
कार्यक्रम में विभिन्न सांस्कृतिक और तकनीकी कार्यक्रम, रचनात्मक प्रतियोगिताएं और प्रतिभा आधारित सांस्कृतिक प्रदर्शन देखने को मिला। वहीं संगीत, रंगमंच, नृत्य, साहित्य, ललित कला में विभिन्न कार्यक्रमों के अलावा प्रदर्शन कला के विभिन्न पहलुओं में भाग लेने वाले संवैधानिक और विश्वविद्यालय से मान्यता प्राप्त कालेजों के 600 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। पंजाबी लोक गायक डा. कुलदीप कौर संधू ने अपने प्रसिद्ध गीत चिरियां दा चंबा, मजबूरी और मिट्टी दा बावा से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर डा. राज बहादुर ने कहा कि युवाओं में कई गुण होते हैं और उनमें से एक यह है कि इस तरह के कार्यक्रम उनमें टीम भावना की भावना पैदा करते हैं। कुलपति प्रो बूटा सिंह सिद्धू ने कहा कि युवा मेला युवा प्रतिभाओं के लिए एक अनूठा मंच है और युवाओं की रचनात्मकता और नवाचार का उत्सव है। कुलसचिव डा. गुरिदरपाल सिंह बराड़ ने धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया। खेल व युवा कल्याण के निदेशक भूपिदरपाल सिंह ढोट व विश्वविद्यालय के मुख्य समन्वयक ने अतिथियों का स्वागत किया। इस दौरान सिकंदर सिंह सिद्धू, वास्तुकार अमनदीप कौर, नवदीप कौर खिवा आदि मौजूद रहे। वहीं सुखदीप सिंह, डा. सुखविदर सिंह व डा. हरमन ज्योत कौर ने आयोजन को सफल बनाने के लिए कड़ी मेहनत की।