मजदूरों ने बैंकों के कर्ज माफ करने की अपील की
बैंकों द्वारा किस्तों की वसूली करने के लिए परेशान करने संबंधी डीसी बठिडा को मांग पत्र दिया गया।
जासं, बठिडा : मजदूर मुक्ति मोर्चा की ओर से ग्रामीण व शहरी अनुसूचित जाति के लोगों पर प्राइवेट फाइनांस कंपनी व बैंकों द्वारा किस्तों की वसूली करने के लिए परेशान करने संबंधी डीसी बठिडा को मांग पत्र दिया गया। इस दौरान मजदूर मुक्ति मोर्चा की ओर से मांग की गई कि जिस प्रकार से देश के अमीरों को सरकार ने 68 हजार करोड़ पर की कर्ज माफी दी गई है, उसी तर्ज पर ग्रामीण व शहरी बेजमीन गरीबों का कर्ज माफ किया जाए, कर्ज में फंसी गरीब महिलाओं से प्राइवेट फाइनेंस कंपनी व बैंकों द्वारा की जा रही वसूली पर रोक लगाई जाए, किसानों की तरह हर मजदूर परिवार को रोजगार चलाने के लिए 1 लाख रुपये की लिमिट बनाकर सरकारी बैंक से कर्ज दिलाया जाए, लॉकडाउन के दौरान मजदूर परिवारों के हुए आर्थिक नुकसान को दूर करने के लिए राज्य सरकार मजदूरों को 10 हजार प्रति परिवार मुआवजा दे, सभी गरीबों के 6 महीनों के बिजली बिल माफ किए जाएं, प्राइवेट स्कूलों में पढ़ रहे गरीब व मध्यम वर्गीय परिवारों के बच्चों की फीस को माफ किया जाए। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। इस मौके पर कामरेड प्रितपाल सिंह जसवंत सिंह, छिदर कौर, गुरमेल सिंह, गुरबचन सिंह आदि उपस्थित थे।