बेहतर परिणामों के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया।
युवा संकाय सदस्यों को प्रशिक्षित करने के लिए पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ एजुकेशन ने एमएचआरडी द्वारा प्रायोजित फैकल्टी इंडक्शन प्रोग्राम का आयोजन किया।
जागरण संवाददाता, ब¨ठडा : युवा संकाय सदस्यों को प्रशिक्षित करने के लिए पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ एजुकेशन ने एमएचआरडी द्वारा प्रायोजित फैकल्टी इंडक्शन प्रोग्राम का आयोजन किया। यह पंडित मदन मोहन मालविय नेशनल मिशन ऑन टीचर्स एंड टी¨चग के तहत 1 महीने का कार्यक्रम है, जो 11 फरवरी से शुरू हुआ है और 12 मार्च 2019 तक जारी रहेगा। कई राज्यों के विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के फैकल्टी मेंबर्स इस कार्यक्रम में पंजीकृत हुए। उद्घाटन सत्र में मिजोरम विश्वविद्यालय के प्रो. कुलपति प्रो. आपी वढेरा मुख्यवक्त के रूप में शामिल हुए। शिक्षा विभाग के प्रमुख प्रो. सु¨रदरजीत बावा ने कार्यक्रम की थीम प्रस्तुत किया और वर्तमान परि²श्य में इसके महत्व पर प्रकाश डाला। प्रो वढेरा ने अपने मुख्य भाषण में युवा संकाय सदस्यों को आकार देने में इस तरह के एक प्रेरण कार्यक्रम की प्रासंगिकता पर बात की। उन्होंने वैश्विक उच्च शिक्षा के वर्तमान रुझानों और भारतीय उच्च शिक्षा प्रणाली पर इसके प्रभाव के बारे में बात की। उन्होंने प्रभावी शिक्षण शिक्षाशास्त्र का उपयोग करने पर प्रशिक्षण प्रदान करने की आवश्यकता पर जोर दिया। अपने अध्यक्षीय भाषण में कुलपति प्रो आरके कोहली ने युवा संकाय सदस्यों को इस कार्यक्रम में पूरे जोश के साथ भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया।
प्रो. पी रामाराव ने प्रतिभागियों को विभिन्न शिक्षण और शिक्षण तकनीकों को सीखने व उनके कक्षाओं में सांस्कृतिक विविधता को समझने और प्रभावी संचार और बेहतर परिणामों के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। उद्घाटन स्तर के बाद डॉ आरपी वढेरा व प्रो जेएस सैनी ने शिक्षकों और जिम्मेदारियों और भारत के उच्च शिक्षा क्षेत्र के विकास की भूमिकाओं पर व्याख्यान लिया।