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शहीद नंद ¨सह चौक पुन:लोकार्पण, 1 बजे तक बंद रहा शहर का ट्रैफिक

बस स्टैंड कहां पर है...यह शब्द सोमवार को शहर में दोपहर 12 बजे तक हर जगह सुनने को मिले क्योंकि सोमवार को शहीद नंद ¨सह की जन्म शताब्दी को लेकर रेनोवेट किए गए शहीद नंद ¨सह चौक को लोकार्पण करने के लिए समागम का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Sep 2018 09:00 PM (IST)Updated: Mon, 24 Sep 2018 09:00 PM (IST)
शहीद नंद ¨सह चौक पुन:लोकार्पण, 1 बजे तक बंद रहा शहर का ट्रैफिक
शहीद नंद ¨सह चौक पुन:लोकार्पण, 1 बजे तक बंद रहा शहर का ट्रैफिक

साहिल गर्ग, ब¨ठडा : बस स्टैंड कहां पर है...यह शब्द सोमवार को शहर में दोपहर 12 बजे तक हर जगह सुनने को मिले क्योंकि सोमवार को शहीद नंद ¨सह की जन्म शताब्दी को लेकर रेनोवेट किए गए शहीद नंद ¨सह चौक को लोकार्पण करने के लिए समागम का आयोजन किया गया। इसके लिए फौजी चौक में आयोजित किए गए समागम के दौरान हर तरफ से रोड को बंद कर टेंट लगाया गया और लोगों को कहीं भी जाने के लिए घूमकर जाना पड़ा। ट्रैफिक का इतना बुरा हाल था कि जो रास्ता 10 मिनट में तय हो जाता, उसको पार करने में 50 मिनट लगे। या तो लोगों को 100 फीट रोड से जाना पड़ता या फिर गलियों से, मगर जिधर भी जाते ट्रैफिक ही मिलता। एक तो बारिश के कारण शहर में जगह जगह पर पानी भरा हुआ था, दूसरा ट्रैफिक जाम ने लोगों को काफी परेशान किया। यहां तक कि पैदल चलने वाले लोग तो बस स्टैंड ही ढूंढते हुए दिखाई दिए और दोपहर तक तो पुलिस मुलाजिमों का भी यह हाल हो गया था कि वह बोलने लगे अब ओर नहीं बताया जाता, सुबह से यही बता रहे हैं। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह के आने को लेकर भी तीन जिलों बठिंडा के अलावा मुक्तसर व मानसा की पुलिस भी तैनात की गई, लेकिन वह किन्ही कारणों से नहीं आ सके। मगर सुरक्षा प्रबंध समागम के खत्म होने तक ही जारी रहे।

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शहर में लोगों को जगह-जगह पर हुई परेशानी

- फौजी चौक में समागम के चलते हनुमान चौक, पावर हाऊस रोड चौक, मैहना चौक, अजीत रोड़, बीबीवाला रोड़, बीबीवाला रोड़ की गलियों को पूरी तरह से सील किया गया। जिसके चलते लोगों को अपने घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हुआ।

- बीबीवाला रोड पर दिल्ली नर्सिंग होम में मरीज लेकर आए एक कार चालक ने जब अपनी कार अस्पताल के बाहर रोक दी तो वहां पर तैनात एसआई जस¨वदर ¨सह उनके साथ इस बात पर उलझने लगा कि उन्होंने यहां पर कार क्यों लगाई है। जब उसने बताया कि कार में मरीज है तो एसआई भड़के कि वह यहां पर सुबह से धक्के खा रहे हैं और वह यहां पर कार नहीं रुकने लगे, इसको आगे लेकर जाओ।

-- बीबीवाला रोड़ पर ही गलियों के बंद होने से किसी भी विद्यार्थी को आगे नहीं जाने दिया, जब एक विद्यार्थी ने कहा कि उसका घर हनुमान चौक में है तो पुलिस मुलाजिम ने उसको कहा डेढ़ घंटा यहीं पर रुक कर इंतजार कर या फिर दूर से घूमकर जा।

- शहर की जीटी रोड़ बंद होने से बेशक ट्रैफिक को 100 फीट रोड़ से डायवर्ट किया गया, लेकिन रोड़ पर इतने ज्यादा वाहन हो गए कि आईसीआईसीआई चौक से 100 फीट रोड की तरफ घोड़ा चौक तक जाम लगा रहा तो दूसरी तरफ बीबीवाला रोड पर डीएवी कॉलेज तक जाम लगा रहा।

- फौजी चौक में सभी दुकानों को सील कर दिया गया, जिस पर प्रशासन की ओर से ओके टेस्टेड की स्टैंप भी लगाई गई, लेकिन समागम खत्म होने के बाद ही उनको दुकानें खोलने की अनुमति दी गई।

- समागम बेशक 12 बजे खत्म होने के साथ ही 12:30 पर ट्रैफिक भी बहाल कर दिया गया, लेकिन सारा टेंट वगैरह हटाने में तीन से चार घंटे लगे, जिसके चलते मुख्य बीबीवाला रोड़ को चार बजे के करीब ही चलाया गया।

- पूरा शहर बंद होने से लोगों को घूम घूमकर जाना पड़ा, बस स्टैंड के पास वाली गलियों में ऑटो व छोटे वाहन चलने से लोगों को 5 मिनट का रास्ता 20 मिनट में तय करना पड़ा।

- रामा मंडी के टैनी अग्रवाल ने बताया कि वह मोटरसाइकिल पर यहां अपने रिश्तेदारों के घर आए हैं, लेकिन उनको अपना मोटरसाइकल बहुत पीछे खड़ा करना पड़ा और बाकी रास्ता पैदल चलना पड़ा।

शहीद को फूल मालाएं अर्पित कर दी श्रद्धांजलि

शहीद नायब सूबेदार नंद ¨सह की याद को समर्पित ब¨ठडा में पहले भी चौक बना हुआ है, जिसको फौजी चौक के नाम से जाना जाता है। मगर अब चौक को रेनोवेट कर इसको पक्के तौर पर शहीद नंद ¨सह चौक का नाम दे दिया गया है। उनके 104वें जन्मदिन पर चौक को नए सिरे से तैयार कर यहां पर एंटी एयर क्राफ्ट गन लगाने के अलावा शहीद की जीवनी को भी बताया गया है। जबकि चौक को लोकार्पण करने के लिए सोमवार को सख्त सुरक्षा प्रबंधों के बीच लेफ्टिनेंट जनरल साउथ वेस्टन जयपुर मैथूसन के साथ लेफ्टिनेंट जनरल देहरादून एसके झा व लेफ्टिनेंट जनरल राज कुमार शुक्ला समागम में विशेष तौर पर शामिल हुए। इन अधिकारियों के अलावा शहीद की अपनी एक सिख बटालियन से सेवामुक्त हुए कर्नल शिवदेव ¨सह मान व सेवामुक्त कर्नल इंद्रजीत ¨सह भी विशेष तौर पर पहुंचे थे। जबकि समागम की शुरुआत देश भक्ति के गीत देह शिवा बर मोहे से की गई, जिसके बाद फौज के तीनों अधिकारियों के अलावा सेवामुक्त अधिकारियों द्वारा शहीद को फूलों की मालाएं भेंट कर श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद सिख रेजीमेंट की विशेष टुकड़ी द्वारा भी शास्त्र सलामी भेंट की गई। समागम में प्रशासन की तरफ से आईजी एमएफ फारूखी, डीसी परनीत, एसएसपी डॉ. नानक ¨सह, एडीसी साक्षी साहनी, एसडीएम बल¨वदर ¨सह, तहसीलदार सुखबीर ¨सह बराड़ आदि उपस्थित थे।


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