सेहत मुलाजिम संघर्ष कमेटी 21 से करेगी भूख हड़ताल
सेहत मुलाजिम संघर्ष कमेटी की जिला ईकाई ने लंबे समय से लटकती आ रही मांगे पूरी नहीं किए जाने पर संघर्ष को लेकर रणनीति बनाई गई और सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई करने का एलान किया गया।
जासं,बठिडा
सेहत मुलाजिम संघर्ष कमेटी की जिला ईकाई ने लंबे समय से लटकती आ रही मांगे पूरी नहीं किए जाने पर संघर्ष को लेकर रणनीति बनाई गई और सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई करने का एलान किया गया। बैठक सिविल अस्पताल में मीटिग की गई। बैठक में विभिन्न ब्लाकों से पहुंचे सेहत मुलाजिमों ने हिस्सा लिया। इसमें चंडीगढ़ में 21 जनवरी से लगातार शुरू की जाने वाली भूख हड़ताल की तैयारियों पर विचार किया गया। यूनियन नेताओं ने बताया कि भूख हड़ताल कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, नव-नियुक्त मल्टीपर्पज हेल्थ वर्करों का प्रवोशन पीरियड दो साल का करने, कोविड -19 में काम करन वाले सेहत कर्मचारियों को स्पेशल इंक्रीमेंट देने और बठिडा संघर्ष के दौरान दर्ज किए गए झूठे पुलिस केस रद्द करने की मांगे को लेकर की जा रही है। यूनियन पिछले काफी समय से सरकार के समक्ष मांगे रख करी है। लेकिन सरकार ने अब तक इसपर कोई कदम नहीं उठाया है। बैठक में किसानों के संघर्ष के हक में एक प्रस्ताव भी पास किया गया। सेहत मुलाजिमों की तरफ केंद्र द्वारा बनाएं गए तीनों कृषि कानूनों को मानवता व खेती के खिलाफ करार दिया गया। मुलाजिमों ने केंद्र सरकार से मांग कि यह तीनों ही कानून रद्द किए जाए। इस मौके पर गगनदीप सिंह, जसविदर शर्मा, जगजीत सिंह, शिवपाल सिंह, नरविदर सिंह, भूपिदर सिंह, गुरमीत सिंह, कुलदीप सिंह, रणजीत कौर संगत,चंद सिंह, रजेश मौड़, निर्मल सिंह तलवंडी, सुखदीप सिंह और हरकरण गोनियाना, गुरदास सिंह, रूपिदर शर्मा, भूपिदर कौर, कमल, नरपिदर भगता, सुरिदर कौर, गुरदीप सिंह, भिदर कौर नथाना उपस्थित थे।