बठिडा थर्मल प्लांट को जमींदोज करने की प्रक्रिया शुरू, नीलामी का टेंडर किया जारी
बठिडा के गुरु नानक देव थर्मल प्लांट को जमींदोज करने के लिए सरकार द्वारा तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। सरकार द्वारा इसका वीरवार को टेंडर लगा दिया गया है। पंजाब स्टेट पॉवर कार्पोरेशन द्वारा लगाए गए टेंडर में फ्लोर प्राइस 132 करोड़ रुपये रखा है। यहां से इसकी नीलामी शुरू होगी और इसके लिए प्री बिड ईएमडी 2 करोड़ रुपये रखी गई है।
गुरप्रेम लहरी बठिडा : बठिडा के गुरु नानक देव थर्मल प्लांट को जमींदोज करने के लिए सरकार द्वारा तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। सरकार द्वारा इसका वीरवार को टेंडर लगा दिया गया है। पंजाब स्टेट पॉवर कार्पोरेशन द्वारा लगाए गए टेंडर में फ्लोर प्राइस 132 करोड़ रुपये रखा है। यहां से इसकी नीलामी शुरू होगी और इसके लिए प्री बिड ईएमडी 2 करोड़ रुपये रखी गई है। सरकार द्वारा यह भी घोषित किया गया है कि इस दो करोड़ रुपये का कोई ब्याज नहीं दिया जाएगा।
जारी किए गए टेंडर के अुनसार बठिडा थर्मल प्लांट की 110 व 120 मेगावाट डीकमीशंड यूनिटों को जमींदोज किया जाना है। इसमें थर्मल प्लांट की मशीनरी से लेकर प्लांट की हर एक चीज शामिल होगी। इसमें थर्मल की इमारतों से लेकर पाइपलाइन व केबल भी शामिल हैं। जारी किये गए टेंडर के अनुसार इसकी नीलामी 20 अगस्त को की जाएगी जो सुबह के 10 बजे से लेकर 3 बजे तक चलेगी। इसके टेंडर को डालने के लिए अंतिम तारीख 17 अगस्त रहेगी। 20 जुलाई से बिड संबंधी जरूरी डाक्यूमेंट्स अपलोड़ कर दिये जाएंगे। ऐसे में थर्मल को जमींदोज करने की पूरी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अगर 20 अगस्त को टेंडर खुल जाते हैं तो अगस्त माह के अंतिम सप्ताह से इसको जमींदोज करने का काम शुरू हो सकता है।
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गुरु नानक देव जी के 550वें जन्म दिवस मौके 1969 में बठिडा के थर्मल प्लांट का नींव पत्थर रखा। थर्मल गुरु नानक देव जी को समर्पित होने के कारण ही इसका नाम गुरु नानक देव थर्मल प्लांट रखा गया। अब सिख विश्व भर में गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव को मना रहे हैं और ऐसे मौके बठिडा के गुरु नानक देव थर्मल प्लांट को खत्म करने का फैसला कांग्रेस सरकार द्वारा लिया गया। इसके कारण बठिडा जिले के लोगों को सरकार के प्रति नाराजगी है और विपक्षी दल शिअद व आम आदमी पार्टी इस मामले में रोष प्रदर्शन भी कर चुके हैं।
थर्मल के नवीनीकरण पर खर्च- 516 करोड़ रुपये
पहले व दूसरे यूनिट की रिपेयर कब हुई- 2003
कितने बजट में की गई रिपेयर-290.20 करोड़
कितने खर्च में हुई रिपेयर- 183 करोड़ रुपये में
पहला यूनिट कब हुआ शुरू- 2006
दूसरा यूनिट कब हुआ शुरू- 2007
इन दोनों यूनिटों की अब मियाद- 2026 तक
कितने बजट में की गई रिपेयर-290.20 करोड़
तीसरे व चौथे यूनिट के नवीनीकरण का बजट- 465 करोड़ रुपये
कब मुकम्मल हुआ नवीनीकरण -2014 में
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कितनी बिजली पैदा करता था बठिडा थर्मल- 460 मेगावाट
कितने लोगों को मिला था रोजगार- 2300
थर्मल बंद करने का कब लिया गया फैसला- 1 जनवरी 2018
थर्मल की जमीन पुड्डा को देने का कब लिया फैसला- 22 जून 2020
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पराली से चलाने के लिए डेनमार्क से भी हुई थी बात
पराली पर चलाने की थी योजना बठिडा के थर्मल को बंद करने के बाद जब मुलाजिमों द्वारा संघर्ष शुरू किया गया तो डेनमार्क की कंपनी से पराली पर चलाने की योजना तैयार की गई। रिपोर्ट सामने आई। इस पर सीएमडी बलदेव सिंह सरां ने इसकी डीपीआर बनाने के लिए कहा। डीपीआर के मुताबिक महज 4 रुपये प्रति यूनिट खर्च आना था और प्रदूषण 0 फीसदी होना था। जबकि पराली की खपत दो लाख टन प्रति साल होनी थी।
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अकाली दल ऐसी लूट नहीं होने देगा : हरसिमरत
मनप्रीत ने पहले कहा कि हम इस थर्मल को चलाएंगे। बाद में कहा कि हम चलाएंगे तो नहीं लेकिन इसको बेचेंगे नहीं। लेकिन अब इसको बेचने के लिए भी टेंडर जारी कर दिये हैं। पब्लिक प्रापर्टी को बेच कर कांग्रेस के नेता अपनी जेब भरने में लगे हुए हैं। अकाली दल लोगों के पैसों की लूट ऐसे नहीं होने देगा। मनप्रीत के सभी दावे व वादे झूठे निकले हैं। पहले कहते थे कि हर माह एक फैक्ट्री आएगी। अब तो सरकार के जाने का समय भी आ गया है। लेकिन नई फैक्ट्ररी एक भी नहीं आई। अब पुरानी इंडस्ट्री को भी बंद करके उसको बेचने में लगे हुए हैं।
हरसिमरत कौर बादल, केंद्रीय मंत्री