फोटो- 24,25:: परिवार के लिए अपने अरमान दबा देती हैं महिलाएं
जासं,गोनियाना भाई आसा ¨सह कन्या कॉलेज गोनियाना में ¨प्रसिपल डॉ.राज¨वदर कौर की अगुवाई मे
जासं,गोनियाना
भाई आसा ¨सह कन्या कॉलेज गोनियाना में ¨प्रसिपल डॉ.राज¨वदर कौर की अगुवाई में एनएसएस व रेड रिबन क्लब की ओर से अंतर राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया मनाया गया। ¨प्रसिपल डॉ.राज¨वदर कौर ने स्टाफ छात्राओं को मुबारकवाद देते हुए कहा कि आज के युग में महिला को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होना पड़ेगा। आज के समय में औरत से हो रही बेइंसाफी के लिए आगे बढ़ कर बहादुर होकर लड़ना पड़ेगा। इसके अलावा बदलते युग में औरत को आत्म निर्भर होना बेहद जरूरी है, क्योंकि अब युवतियां हर क्षेत्र में युवकों से हर क्षेत्र में आगे हैं। कॉलेज मैनेजर सुरजन ¨सह ने मर्द प्रधान समाज में औरत का बनता सत्कार देने की शिक्षा देते हुए जग जननी की परिभाषा के अर्थ समझाएं। गुरलीन कौर ने छात्राओं को संबोधन करते हुए कहा कि विवाह पश्चात तो महिलाओं पर और भी भारी जिम्मेदारियां आ जाती हैं। पति, सास-ससुर, देवर-ननद की सेवा के पश्चात उनके पास अपने लिए समय ही नहीं बचता। वे कोल्हू के बैल की मा¨नद घर-परिवार में ही खटती रहती हैं। संतान के जन्म के बाद तो उनकी जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। घर-परिवार, चौके-चूल्हे में खटने में ही एक आम महिला का जीवन कब बीत जाता है, पता ही नहीं चलता। कई बार वे अपने अरमानों का भी गला घोंट देती हैं। रा¨जदर कौर ने अपनी कविता के जरिए बेटियों का सत्कार करने के लिए अपील की। गुरप्रीत कौर,परमजीत कौर ढिल्लों,जसवीर कौर,डॉ.पर¨वदर कौर ने अपने निजी अनुभव साझे किए। इस मौके पर छात्राओं के काव्य उचारण मुकाबले आयोजित किए गए। मिसेज सुदीप ने सबका धन्यवाद किया। स्टेज संचालन की भूमिका डॉ.पर¨वदर कौर ढिल्लों की ओर से बखूबी निभाई गई। ¨प्रसिपल डॉ.राज¨वदर कौर ने इनाम वितरित किए।