किसान तैयार, नहरी पानी का इंतजार
धान की रोपाई की निर्धारित 10 जून की तिथि सिर पर आ गई है।
जागरण संवाददाता, बठिडा : धान की रोपाई की निर्धारित 10 जून की तिथि सिर पर आ गई है, लेकिन सिचाई विभाग की ओर से अभी तक जिले की कई नहरों व रजबाहों में पानी नहीं छोड़ा गया है। हालांकि इसका मुख्य कारण कुछ नहरों की मरम्मत और सफाई का कार्य चलता होना बताया जा है। जबकि कुछ नहरों में पानी छोड़ भी दिया गया है। लेकिन इसके बावजूद खासकर नहरी पानी पर निर्भर क्षेत्रों के किसान पानी का बेसब्री के साथ इंतजार कर रहे हैं। उनकी पानी न आने के कारण चिता बनी हुई है। बठिडा जिले के तलवंडी साबो और संगत का एरिया की तो पूरी खेती ही नहरी पानी पर निर्भर है। हालांकि नहरी विभाग का दावा है कि मंगलवार तक सभी नहरों और रजबाहों में पानी पहुंच जाएगा। जिले की 87 फीसद खेती नहर पानी पर निर्भर
बठिडा जिले में खेती योग्य कुल रकबा 2.80 लाख हेक्टेयर है। जिसमें से करीब 1.90 लाख हेक्टेयर में नरमा की बिजाई पर जोर दिया जा रहा है। इसमें से करीब 1.60 लाख हेक्टेयर में नरमा की बिजाई हो भी चुकी है। इस बार में जिले में धान की खेती करीब 70 हजार हेक्टेयर में होने का अनुमान है। जबकि पिछले वर्ष 1.30 लाख हेक्टेयर रकबा धान के नीचे था। जिले में ज्यादातर धान रामपुरा फूल एरिया में होगा। बठिडा की करीब 87 फीसद खेती नहरी पानी पर निर्भर है। 13 फीसद खेती ही ट्यूबवेल से होती है। तलवंडी साबो और संगत ब्लॉक की लगभग खेती नहरी पानी पर ही निर्भर है। क्योंकि यहां का जमीनी पानी न तो पीने लायक है और न ही खेती योग्य है। यही कारण है कि इस एरिया में सर्वाधिक खेती नरमा की ही होती है। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश महासचिव एवं क्षेत्र के नेता शिगारा सिंह मान कहते हैं कि किसान नहरी पानी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। न जाने क्यों सिचाई विभाग एैन मौके पर ही पानी क्यों छोड़ता है। जबकि इस स्थिति से किसान परेशानी में पड़े रहते हैं। बहमन रजबाहा में 15 जून के बाद छोड़ेंगे पानी सिचाई विभाग के एसडीओ मनदीप सिंह ने बताया कि मंगलवार तक जिले की सभी नहरों और रजबाहों में पानी पहुंच जाएगा। भदौड़ रजबाहे में पानी छोड़ा जा चुका है और यह फुल चल रहा है। बठिडा ब्रांच में सोमवार तक पानी आ जाएगा। बठिडा डिस्ट्रीब्यूटरी की कुछ किसान अपने स्तर पर सफाई कर रहे हैं। उसमें भी मंगलवार को पानी पहुंच जाएगा। जबकि बहमण रजबाहा के साइफन की रिपेयर का काम चल रहा है। चूंकि यह साइफन पिछले दिनों टूट गया था, इसलिए इसके रेलवे विभाग की तरफ से रिपेयर का कार्य चल रहा है। रेलवे विभाग ने 15 जून तक रिपेयर का समय लिया हुआ है। इसलिए इस रजबाहे में 15 जून के बाद ही पानी छोड़ा जाएगा।