यूरिया खाद न देने पर किसानों ने एनएफएल के सामने दिया धरना
खाद की कमी को देखते हुए एनएफएल बठिडा ने किसानों को यूरिया खाद देनी शुरू कर दी है।
जासं, बठिडा : केंद्र सरकार की ओर से माल गाड़ियों को बंद कर देने के बाद राज्य में पैदा हुई खाद की कमी को देखते हुए एनएफएल बठिडा ने किसानों को यूरिया खाद देनी शुरू कर दी है। मगर वीरवार को जब एनएफएल के प्रबंधकों ने किसानों को यूरिया खाद देने से मना किया तो माहौल तनावपूर्ण हो गया। इसके लिए एनएफएल के गेट पर नोटिस लगा दिया कि अब खाद 26 दिसंबर को मिलेगी। इसके बाद किसानों ने विरोध करना शुरू कर दिया।
वहीं एनएफएल के फैसले के विरोध में भारतीय किसान यूनियन मानसा के जिला प्रधान जगसीर सिंह जीदा की अगुआई में किसानों ने एनएफएल के गेट पर इकट्ठा होकर प्रदर्शन करने लगे। जिसके बाद मौके पर पहुंचे तहसीलदार सुखबीर सिंह बराड़ ने किसानों की प्रबंधकों के साथ मीटिग करवाई। इसमें फैसला हुआ कि किसानों को अभी से ही खाद देने के लिए पर्चियों को काटा जाएगा। वहीं किसानों ने कहा कि एनएफएल द्वारा यूरिया खाद की सप्लाई सहकारी सभाओं व डीलरों को की जाए, ताकि किसानों को परेशान न होना पड़े। इसके अलावा एनएफएल की ओर से खाद की अदायगी एटीएम या चेक द्वारा करने का फैसला भी वापिस लिया गया। जिसके बाद किसानों ने अपना धरना समाप्त कर दिया। जबकि किसानों के धरने के कारण ट्रैफिक काफी प्रभावित हुआ।
प्रधान जगसीर सिंह ने बताया कि किसान खाद की कमी से जूझ रहे हैं। मगर अब एनएफएल ने किसानों को यूरिया खाद देनी शुरू की थी, जिसके लिए पहले पर्ची काटी जाती थी। मगर वीरवार को अचानक ही यूरिया न देने का नोटिस लगा दिया। वहीं आरोप लगाया कि पंजाब में खाद की कमी के साथ जूझ रहे किसानों की आर्थिक तौर पर लूट की जा रही है, जिसको किसी भी हालत में सहन नहीं किया जाएगा। जबकि हरियाणा से भारी मात्रा में यूरिया खाद पंजाब पहुंच रही है, जिसको महंगे दाम पर बेचा जा रहा है। यहां कि खाद से पंजाब सरकार को मिलने वाली करोड़ों रुपये की जीएसटी की आमदनी भी अब हरियाणा में जा रही है। किसानों ने बताया कि हरियाणा से आ रही यूरिया खाद प्रति थैला 100 रुपये तक बिक रहा है। इसके साथ ही चेतावनी भी दी कि अगर भविष्य में उनको खाद के लिए परेशान किया गया तो वह संघर्ष करेंगे।