किसानों ने डीसी दफ्तर के बाहर पराली फेंककर किया विरोध
पंजाब सरकार की ओर से पराली को खेतों में आग लगाने से रोकने के लिए शुरू की गई मुहिम के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन की ओर से डीसी दफ्तर के सामने पराली फेंककर विरोध किया गया।
जागरण संवाददाता, ब¨ठडा : पंजाब सरकार की ओर से पराली को खेतों में आग लगाने से रोकने के लिए शुरू की गई मुहिम के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन की ओर से डीसी दफ्तर के सामने पराली फेंककर विरोध किया गया। इस दौरान किसानों ने आरोप लगाया कि सरकार व प्रशासनिक अधिकारी पराली का हल करने की बजाए किसानों को डराया जा रहा है। जबकि पराली को आग लगाए जाने के बिना ओर कोई साधन नहीं है। किसान नेताओं ने कहा कि देश के अन्नदाता की मजबूरी व कैप्टन सरकार के लिए मजबूरी बनी धान की पराली के हल के लिए अभी तक केंद्र व पंजाब सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाए। वहीं कर्ज की मार तले दबे किसानों को मजबूरी में पराली को आग लगानी पड़ रही है। इस दौरान जिला कन्वीनर अमरजीत ¨सह ने आरोप लगाया कि कैप्टन सरकार किसानों की पराली को जान बूझकर मुद्दा बना राज्य के किसानों को बदनाम कर रही है। जबकि दूसरी तरफ पंजाब में सैकडों फैक्ट्रियों का गंदा पानी बड़े स्तर पर प्रदूषण फैला रहा है। मगर अभी तक फैक्ट्री मालिकों पर प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। किसानों ने कैप्टन सरकार व जिला प्रशासन को चेतावनी दी कि पराली का हल न निकलने के रोष में किसान यूनियन की अगुवाई में 21 अक्टूबर को गांव जोगानंद में पराली को आग लगाई जाएगा। उन्होंने मांग की कि अगर सरकार चाहती है कि पराली को आग न लगाई जाए तो किसानों को 200 रुपये प्रति क्विंटल का मुआवजा दिया जाए, पराली जलाने वाले किसानों पर पर्चे दर्ज करना बंद किए जाएं, एमएमएस न लगाने वाले किसान मालिकों को तंग करना बंद किया जाए।
इस मौके पर जगदीश ¨सह, दर्शन ¨सह, भगवंत ¨सह, गुरचरन ¨सह, गुरदीप ¨सह, सुखमंदर ¨सह आदि उपस्थित थे।