महराज के किसान कर्जदार, महाराजा करने आएंगे उद्धार, होगी उम्मीदों की सुबह
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के गांव के किसान भी कर्ज के दलदल में फंसे हैं। अब इन किसानों को खुद कैप्टन अमरिंदर सिंह उनको इस दलदल से निकालेंगे।
बठिंडा, [गुरप्रेम लहरी/साहिल गर्ग]। पंजाब सरकार की कर्ज माफी योजना से अब तक मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के पैतृक गांव महराज के किसान खुद ही वंचित हैं। दो चरणों में ढाई एकड़ तक जमीन वाले किसानों की कर्ज माफी हुई, लेकिन इस दायरे में आते अधिकतर किसान इस लाभ से वंचित रह गए। गांव के किसानों को उम्मीद है कि कर्ज माफी के तीसरे चरण में शायद पांच एकड़ तक जमीन वाले किसानों का कर्ज माफ हो जाए। गांव महराज में 22 जनवरी को कैप्टन कर्ज माफी के तीसरे चरण की शुरुआत करेंगे।
किसान बोले-अगर उनका ही कर्ज माफ नहीं हुआ तो सीएम का गांव होने का क्या लाभ
गांव के किसानों का कहना है कि उनका कर्ज न तो पहले चरण में माफ किया गया और न ही दूसरे चरण की लिस्ट में ही उनका नाम आया। अगर उनका ही कर्ज माफ नहीं हुआ तो उनके गांव के सीएम होने का उनको क्या लाभ? किसान हाकम सिंह ने बताया कि उसने अपनी जमीन ठेके पर दी है। उस पर बैंक का 25 हजार का कर्ज है, लेकिन यह माफ नहीं हुआ।
महराज में 22 को मुख्यमंत्री करेंगे कर्जमाफी के तीसरे चरण की शुरुआत
इसी प्रकार अमनदीप सिंह की पत्ती सोल के पास दो एकड़ जमीन है। उसका सहकारी बैंक का दो लाख 60 हजार रुपये का कर्ज भी माफ नहीं हुआ। गांव महराज के तीन भाई मक्खन सिंह, लखवीर सिंह व अवतार सिंह के पास सिर्फ 10 कनाल जमीन है, जिनका बैंक का 65 हजार का कर्ज पहले की ही तरह है। लखवीर सिंह के नाम लैंड मार्गेज बैंक का दो लाख छह हजार रुपये का कर्ज 2002 से चल रहा है।
गांव महराज के कर्ज के बोझ से दबे किसान।
गांव के ही नछत्तर सिंह के पास दो एकड़ जमीन है और उसका तीन साल पहले लिया दो लाख का कर्ज भी माफ नहीं हुआ। इसी प्रकार गुरसेवक सिंह का दो लाख 90 हजार, अमनदीप सिंह पत्ती सोल का दो लाख 10 हजार, गुरजीवन सिंह पुत्र मलकीत सिंह का दो लाख 10 हजार और लाल सिंह का 35 हजार का कर्ज माफ नहीं हुआ। इसके अलावा दो एकड़ जमीन वाले किसान गुरसेवक सिंह व गुरदीप सिंह का भी दो लाख 25 हजार रुपये का कर्ज माफ नहीं हुआ। उन्हें उम्मीद है कि 22 जनवरी को गांव में राज्य स्तरीय कार्यक्रम के दौरान उनको कर्जमाफी के प्रमाण पत्र दिए जाएं।
कुछ किसानों के दस्तावेजों में कमी, कुछ अंडर प्रोसेस
सहकारी बैंक के मैनेजर सुखचैन सिंह ढिल्लों ने कहा कि बठिंडा जिले में 10250 किसानों का 58 करोड़ का कर्ज माफ हुआ है। जो किसान रह गए हैं, वह अंडर प्रोसेस चल रहे हैं। तीसरे चरण में उनका कर्ज भी माफ हो जाएगा। इसके अलावा कुछ किसानों के दस्तावेजों में कमी है, जिन्हें दूर किया जा रहा है।