नरमे की सरकारी खरीद शुरू करवाने की उठाई मांग
नरमे की सरकारी खरीद शुरू न होने के विरोध में किसानों की ओर से संघर्ष की चेतावनी दी गई है।
जागरण संवाददाता, बठिडा : जिले की मंडियों में अभी तक नरमे की सरकारी खरीद शुरू न होने के विरोध में किसानों की ओर से संघर्ष की चेतावनी दी गई है। इसको लेकर किसानों द्वारा वीरवार को डीसी बठिडा से मीटिग भी तय की गई थी। मगर उनके बाहर किसी काम में चले जाने के कारण एडीसी के साथ उनकी मीटिग हुई, जिसमें किसानों ने अपनी समस्याओं को साझा किया। जिस दौरान एडीसी ने किसानों को भरोसा दिया कि मंडियों में संबंधित सरकारी अधिकारियों को भेजकर फसल की खरीद शुरू करवा देंगे। इसके लिए किसानों को हर प्रकार की औपचारिकता पूरी करनी होगी। दूसरी तरफ से किसान यूनियन उग्राहां के नेताओं की ओर से संगत मंडी में बुधवार को इंस्पेक्टर का घेराव किया गया था, जो देर रात तक चलता रहा। जिस दौरान ही किसानों को मीटिग के लिए समय दिया गया था।
इस संबंध में किसान यूनियन के जिला प्रधान शिगारा सिंह मान ने बताया कि प्रशासन की ओर से नरमे की खरीद के नाम पर किसानों के साथ लूट की जा रही है। जिसके तहत किसानों को नरमे की फसल का पूरा भाव भी नहीं दिया जा रहा। जबकि सरकार ने नरमे का रेट 5450 तय किया है, लेकिन उनको यहां पर सरकारी खरीद शुरू न होने के कारण प्राइवेट फर्मों को 46-4700 रुपए में बेचना पड़ रहा है। इसके अलावा नरमे में नमी की मात्रा 8 फीसद निर्धारित की गई है, लेकिन विभाग के अधिकारियों के पास जो नमी को मापने वाला मीटर है, वह ही साढ़े तीन से शुरू होता है, जिस कारण नमी की मात्रा आठ फीसद से बढ़ जाती है। जबकि आदेशों के तहत है खरीद इंस्पेक्टर 12 फीसद तक वाले नरमे की खरीद तो करते हैं, लेकिन 9 से 12 के फीसद तक जैसे-जैसे नमी बढ़ेगी फसल का दाम भी कम कर दिया जाता है। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि मंडियों में सरकारी नरमे की खरीद को शुरू करवाया जाए, नहीं तो उनको संघर्ष करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।