इंसाफ न मिलने पर पानी की टंकी पर चढ़ा किसान
इस संबंधी मौके पर उपस्थित थाना मुखी दर्शन ¨सह ने बताया कि सुखमंदर ¨सह ने जमीन हरदेव ¨सह से खरीदी थी व हरदेव ¨सह आगे चार भाई है। जिनका सांझा खाता है। इसलिए जमीन का केस अदालत में चल रहा है। अदालत जैसे ही फैसला करेगी वह लागू हो जाएगा। सुखमंदर ¨सह ने जमीन जहां छोड़ी हुई है। उन्होंने किसी सयासी दबाव की बात कबूलने को इंनार करते हुए कहा कि ऐसी केाई बा नहीं है।
संस, भाईरूपा : विधानसभा हलका रामपुरा फूल के गांव भाईरुपा में जमीनी विवाद के चलते दो पक्षों की ओर से धक्के से धान लगाने का आरोप लगाते हुए किसान सुखमंदर ¨सह भाईरुपा को इंसाफ न मिलने पर पानी वाली टैंकी पर चढ़ गया। इस मौके पर बातचीत करते हुए सुखमंदर के भाई बहादर ¨सह ने बताया कि 2016 में 13 कनाल, 16 मरले जमीन रणजीत ¨सह, बल¨वदर ¨सह व बावा ने खरीदी थी। रणजीत ¨सह आदि ने यह जमीन आगे हरदेव ¨सह से 2013 में खरीदी थी। लेकिन हरदेव ¨सह के भाई भगवान ¨सह व उसके बेटे द¨वदर ¨सह हमारे साथ धक्केशाही करते है। इसका केस अदालत में चल रहा है। लेकिन बीते दिनों उक्त व्यक्तियों ने गांव के कांग्रेसी नेता तीर्थ ¨सह भाईरुपा की शह पर पूरा धान धक्के से निकाल दिया। इस संबंध में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि मेरे भाई सुखमंदर सिंह ने कुछ दिन पहले इस जमीन के संबंध में दस्तावेज दिखाकर एक वीडियों सोशल मीडिया पर वायरल की थी जिसको साफ नहीं दिखाया गया तो वह दुखी होकर आत्महत्या कर लेगा। उन्होंने दोष लगाया कि एक मंत्री दूसरे पक्ष की मदद कर रहा है। जिस कारण पुलिस व प्रशासन उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है। बता दें कि किसान सुखमंदर ¨सह सुबह से आत्महत्या करने के लिए पानी की टैंकी पर चड़ा हुआ था कोई भी सीनियर पुलिस अधिकारी प्रशासनिक अधिकारी खबर लिखे जाने तक मौका पर नहीं आया सिर्फ थाना फूल के एसएचओ कुछ पुलिस कर्मियों को लेकर वहां उपस्थित थे। इस संबंध में जब कांग्रेसी नेता तीर्थ ¨सह भाईरुपा से बातचीत की गई तो उन्होंनें कहा कि उक्त झगड़े वाली जमीन में धान भगवान ¨सह ने भी लगाई थी जोकि निकाल ली गई। इस जमीन की भगवान ¨सह के पास 39 साल की गरदावरियां है। उन्होंने कहा कि इस जमीन का केस अदालत में चल रहा है जिसकी अगली तारीख 20 नवंबर है। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों का राजीनामा कराने के लिए तैयार है। लेकिन कुछ व्यक्ति इस मामले को तूल देकर सयासी रोटियां सेकने की कोशिश कर रहे है।